खोवा में हो रही मिलावट

मिलावट की बात करें तो मार्केट में खोवे में सबसे अधिक मिलावट होती है। इसके अलावा महंगी मिठाईयों में भी वर्क के नाम पर कस्टमर को धोखा दिया जाता है। एक अधिकारी ने बताया कि इस बार जो मिलावटी खोवे पकड़े जा रहे हैं, उनमें सबसे अधिक रिफाइन मिलाया जा रहा है। यह खोवे कानपुर से आते हैं। दुकानदार ज्यादा फायदे के चक्कर में इसमें आलू और मैदा मिला रहे है। इससे इससे खोवे का वेट बढ़ जाता है और कस्टमर को नुकसान और दुकानदार को फायदा होता है। महंगी मिठाईयों में एल्यूमिनियम व लेड सहित अन्य तरह के वर्क मिलाये जा रहे हंै। यह वर्क अहमदाबाद, मुंबई, इंदौर और कानपुर से आ रहा है। जानकारों का कहना है कि शुद्ध चांदी का इस्तेमाल करने से मिठाई के दाम में अंतर आ जाता है, इसलिए दुकानदार लागत कम करने के लिए ऐसा करते हैं।

असली मिठाई की पहचान

मिठाई पर चढ़े वर्क के एक हिस्से को हाथ में लेकर रदड़े, अगर वह चांदी का वर्क होगा तो घिसते ही गायब हो जाएगी। मिलावटी होगी तो कई हिस्सों में टूट जाएगी। चांदी युक्त वर्क जीभ पर रखते ही घुल जाएगी। शुद्ध खोवा चिपचिपा न होकर चिकना होता है, जबकि मिलावटी खोवा चिपचिपा होता है।

लगातार मिठाई के दुकानों तथा खोवा के दुकानों पर छापा मारा जा रहा है। अगर मिलावटी सामान मिल रहा है तो कार्रवाई हो रही है। दीपावली तक लगातार यह कार्रवाई चलेगी। शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी की जा रही है।

आरसी पांडेय, मुख्य खाद्यय सुरक्षा अधिकारी