-स्वास्थ्य विभाग ने इन्फ्लुएंजा एच-1 एन-1 के लिए जारी किया अलर्ट

-बीएचयू एसएस हॉस्पिटल में एक वॉर्ड, जबकि राजकीय चिकित्सालयों में 10-10 बेड किया रिजर्व

ठंड बढ़ने के साथ ही सिटी में स्वाइन फ्लू की आशंका भी बढ़ गई है। राजस्थान और आगरा और यूपी के कुछ शहरों के बाद अब बनारस में भी स्वाइन फ्लू वायरस के आने का खतरा मंडरा रहा है। चिकित्सकों की मानें तो ठंड ज्यादा पड़ने पर एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा के मरीजों की संख्या बढने की आशंका होने लगती है। इसलिए बनारस समेत प्रदेश अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया है। बनारस में स्वाइन फ्लू की आशंका इसलिए भी बढ़ गई है कि यहां प्रयागराज में कुंभ स्नान के बाद देश के तमाम हिस्सों के लोग यहां आएंगे। एहतियात के तौर पर बीएचयू एसएस हॉस्पिटल में एक वॉर्ड, जबकि राजकीय चिकित्सालयों में 10-10 बेड किया रिजर्व गया है। प्राइवेट हॉस्पिटल में भी बेड रिजर्व करने को कहा गया है। नेशनल सेण्टर ऑफ़ डिजीज कण्ट्रोल (एनसीडीसी) के अनुसार प्रदेश में नौ दिसंबर 2018 तक एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा के कुल 38 मरीज मिले हैं, जिसमें से छह की मौत हो चुकी है।

जांच व दवा की उपलब्धता

सीएमओ डॉ। वीबी सिंह ने सभी राजकीय चिकित्सालयों के प्रमुख चिकित्साधीक्षक एवं स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को इसके प्रति सतर्कता बरतने के साथ ही बेड रिजर्व करने का निर्देश दिया है। उन्होने जांच, दवा व अन्य संसाधनों की उपलब्धता बनाए रखने को भी कहा है। इसके अलावा उन्होने एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा की वजह, रोकथाम व उपचार की जानकारी भी आम लोगों तक पहुंचाने का निर्देश दिया है।

जिला एपिडेमियोलोजिस्ट,

राकेश सिंह ने बताया कि स्वाइन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक सांस की बीमारी है, जो आमतौर पर स्वाइन इन्फ्लूएंजा ए वायरस के एच1 एन1 के कारण होता है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने एच-1 एन1 इन्फ्लुएंजा को वर्तमान में सीजनल इन्फ्लुएंजा की श्रेणी में रखा है। यह उन लोगों को अधिक प्रभावित करती है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता किसी बीमारी के कारण कम हो गई हो। यह एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में खांसने, छीकने या उसके संपर्क में रहने से फैलता है।

हो सकता जानलेवा

बुखार, नाक बहना, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, बदन दर्द, ठंड लगना व आंखों में लालिमा आना इस रोग के मुख्य लक्षण हैं। वायरस के कारण बुखार, सर्दी जुकाम, इंफेक्शन, सिर दर्द और टायफाइड जैसी बीमारियौं हो सकती हैं। ठंडी और गर्मी बारी-बारी से होती है। जिसमें बुखार तेजी से बढ़ने लगता है। सही उपचार न मिलने पर यह रोग जानलेवा भी हो सकता है।

बचाव के तरीके

-छींकते समय टिश्यू पेपर से मुंह, नाक को ढकें।

-उस पेपर को सावधानी से कचरे के डिब्बे में डाल दें

-हाथों को लगातार साबुन से धोते रहें

- घर, ऑफिस के दरवाजों के हैंडल, की-बोर्ड, मेज आदि साफ करते रहें

-लगातार पानी पीते रहें ताकि डिहाइड्रेशन ना हो।

-घर से बाहर निकल रहे हों तो मास्क पहनकर ही निकले

अन्य शहरों में स्वाइन फ्लू के वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बनारस में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी अस्पतालों में 10-10 बेड रिजर्व किए गए है।

डॉ। वीबी सिंह, सीएमओ