RANCHI : रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में स्वाइन फ्लू की एक और सस्पेक्टेड महिला को एडमिट कराया गया है। वह इंद्रपुरी, रातू रोड की रहने वाली है। उसे ख्ब् मार्च को तेज बुखार की शिकायत के बाद मेडिसीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। जहां मरीज में स्वाइन फ्लू के लक्षण देखते हुए डॉक्टर ने उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करने का निर्देश दिया। तत्काल उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। जहां से उसका ब्लड और स्वाब टेस्ट के लिए कोलकाता भेज दिया गया है। फिलहाल उसका ट्रीटमेंट शुरू कर दिया गया है।

चौपारण की महिला को नहीं है स्वाइन फ्लू

पिछले दिनों चौपारण की एक महिला को आर्किड में स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद रिम्स रेफर किया गया था। रैनबैक्सी की रिपोर्ट में महिला को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था। रिम्स में भर्ती कराने के बाद उसका ब्लड और स्वाब टेस्ट के लिए कोलकाता भेजा गया था। गुरुवार को आई रिपोर्ट में उसे स्वाइन फ्लू नहीं होने की पुष्टि हुई है। इसके बाद पेशेंट के परिजनों ने राहत की सांस ली है।

ट्रैफिकर्स पर शिकंजा कसने की तैयारी

रांची समेत पूरे झारखंड के लिए ह्यूमन ट्रैफिकिंग एक गंभीर समस्या बन गई है। हर महीने कई लड़कियों को जहां रेस्क्यू कराया जा रहा है, उससे ज्यादा तादाद में लड़कियां यहां से बाहर भेजी जा रही है। झारखंड की ऐसी स्थिति पर अब बाहरी संस्थाओं ने भी गंभीर कदम उठाने का निश्चय किया है। होटल रेडिशन ब्लू में ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर यूएस कांउसुलेट कोलकाता और शक्ति वाहिनी की टीम ने जानकारी दी और ट्रैफिकर्स पर नकेल कसने की कवायद शुरू करने की बात कहीं। इस मौके पर हाल ही में झारखंड से संबंधित घटनाओं के बारे में भी चर्चा की गई।