-दून मेडिकल कॉलेज को दी गई केंद्र से मान्यता

-किसी भी सरकारी अस्पताल में पहली बार शुरु होगी यह सुविधा

देहरादून, स्वाइन फ्लू की जांच अब राज्य में ही हो पाएगी, मरीजों के सैंपल दिल्ली नहीं भेजने पड़ेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को स्वाइन फ्लू जांच की मान्यता दे दी है। वहीं मेडिकल कॉलेज में वायरोलॉजी लैब की राह भी अब खुलती दिख रही है।

जांच में नहीं होगी देरी

हाल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक टीम ने दून में वायरोलॉजी लैब स्थापित करने के लिए कई स्वास्थ्य इकाइयों का विजिट किया था। यह प्रदेश के किसी सरकारी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में स्थापित होने वाली अपनी तरह की पहली लैब होगी। इस कदम से उत्तराखंड इन्फ्लूएंजा सर्विलांस लैबोरेटरी नेटवर्क (आईएसएलएन) का भी हिस्सा बन जाएगा। अभी तक देशभर में 21 ऐसी लैब हैं। जिन राज्यों में यह सुविधा नहीं है, वह नमूने निकटवर्ती राज्य की लैब में भेजते हैं। उत्तराखंड से सैंपल दिल्ली भेजे जाते हैं। भेजे जाने वाले सैंपल की रिपोर्ट आने में लंबा समय लग जाता था। कई बार तो जिस मरीज के सैंपल भेजे जाते थे, रिपोर्ट आने से पहले ही मरीज की मौत भी हो जाती थी। फिलहाल इस लैब की जरूरत इसलिए भी की जाती रही है, क्योंकि प्रदेश में स्वाइन फ्लू लगातार अपना असर दिखा रहा है। हर अंतराल बाद स्वाइन फ्लू के नए मामले सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की माइक्त्रोबायोलॉजी लैब में एनएचएम के जरिये स्वाइन फ्लू जांच की मशीनें लगेंगी।

प्रक्रिया में लगेगा एक माह

प्राचार्य डॉ। प्रदीप भारती गुप्ता के अनुसार इस प्रक्त्रिया में करीब एक माह का समय लगेगा। इसके बाद स्वाइन फ्लू की जांच अस्पताल में ही होगी। बताया कि वायरोलॉजी लैब के लिए भी जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि इस कार्य में माइक्त्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ.शेखर पाल का खास योगदान रहा है.

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इन्दिरेश अस्पताल में है सुविधा

राज्य में अभी केवल श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में स्वाइन फ्लू की जांच होती है। लेकिन इसके लिए एक अच्छी खासी रकम मरीज को अदा करनी पड़ती है। इधर, सरकारी लैब में यह सुविधा निशुल्क मिलेगी।