-शहर में बिजली के टूटे खंभों पर झूल रही चलती लाइन

-जी का जंजाल बने रिहायशी इलाकों में टूटे खंभे

Meerut । बिजली की अघोषित कटौती जहां शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बनी है, वहीं पीवीवीएनएल की हद दर्जे की लापरवाही खतरे का सबब बनी है। रिहायशी इलाकों में बिजली के टूटे खंभे पर झूलती एचटी लाइन मौत को तो दावत दे ही रही है, साथ ही वहां के बाशिदों के लिए खौफ का कारण भी है।

क्या है मामला

दरअसल, शहर के रिहायशी इलाकों में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की ओर से पावर सप्लाई के लिए एचटी और एलटी लाइन खींची गई हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि कई रिहायशी इलाकों में बिजली की लाइन टूटे खंभों पर खींच दी गई है तो वहीं कई जगहों पर टूटे हुए बिजली के खंभों ने लोगों के सामने खतरा खड़ा कर दिया है।

केस वन -

यह इलाका गंगानगर स्थित दधीचि स्कूल के पास का है। यहां बिजली विभाग के होनहार अफसरों ने टूटे खंभे पर ही बिजली की एलटी लाइन खींच दी है। यहां के निवासी दिनेश चंद्र ने बताया कि कई बार शिकायत के बाद भी विभाग ने खंभा रिप्लेश नहीं किया।

केस टू-

मवाना रोड रजपुरा स्थित मुख्य मार्ग पर बिजली के दो पोल दो साल से टूटे हुए लटक रहे हैं। चलती लाइन में पोल यदि टूट कर नीचे गिरा तो बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय निवासी राहुल ने बताया कि विभागीय लोग कई बार मुआयना कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

केस थ्री -

मेरठ-परीक्षितगढ़ मार्ग स्थित अब्दुल्लापुर में एचटी लाइन का यह पोल पिछले तीन माह से टूटा हुआ किसी तरह खड़ा है। अब्दुल्लापुर निवासी जितेन्द्र ने बताया कि विभाग के अफसरों से शिकायत की गई तो टीम ने निरीक्षण किया। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

टूटे हुए खंभों पर चल रही लाइन गंभीर मामला है। संबंधित डिवीजन अफसर को बोल कर स्थिति चेक कराता हूं। यदि कहीं गड़बड़ी है तो सही कराई जाएगी।

आरके राणा, एसई अर्बन पीवीवीएनएल