राजधानी दमिश्क में अमरीकी चैनल, सीबीएस टेलीविज़न नेटवर्क, को दिए एक इंटरव्यू में असद ने कहा कि अगर अमरीका के पास इस बात का सबूत है तो उन्हें वो दिखाने चाहिए.

वॉशिंगटन में मौजूद बीबीसी संवाददाता केटी वॉटसन का कहना है कि राष्ट्रपति असद ने इस इंटरव्यू के लिए बहुत उपयुक्त समय चुना है.

सोमवार को अमरीकी कांग्रेस सदस्य ग्रीष्मावकाश के बाद वापस लौट रहे हैं और अमरीकी संसद में सीरिया में सैन्य कार्रवाई पर समर्थन के प्रस्ताव पर बहस शुरु होगी.

इस बहस पर सीरियाई सरकार की नज़र रहेगी और एक मुख्य अमरीकी टीवी चैनल को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू देने से राष्ट्रपति असद को अमरीकी लोगों के सामने अपना पक्ष रखने और उनकी राय पर असर डालने का मौका मिला है.

'देना होगा सबूत'

इंटरव्यू में सीरियाई राष्ट्रपति ने कहा कि ओबामा प्रशासन को साबित करना होगा कि रासायनिक हमले में उनकी सरकार का हाथ था.

असद ने सीरिया के पास रासायनिक हथियार होने की न तो पुष्टि की और न ही इससे इनकार किया. लेकिन उन्होंने कहा कि अगर सीरियाई सरकार के पास ऐसे हथियार हैं तो वो केंद्रीय नियंत्रण में होंगे ताकि वे किसी के भी हाथ में न पड़ें.

राष्ट्रपति असद ने संकेत दिए कि ये बात विद्रोहियों से जुड़ी है और क्लिक करें सीरिया के सहयोगी उस पर हमले का जवाब देंगे.

पूरा इंटरव्यू सोमवार को सीबीएस नेटवर्क पर प्रसारित किया जाएगा.

मतभेद

रासायनिक हथियारों के प्रयोग से असद का इनकारइससे पहले सीरिया के खिलाफ़ यूरोपीय देशों का समर्थन जुटाने पेरिस पहुंचे अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि अरब लीग के विदेश मंत्रियों ने माना है कि सीरिया ने रासायनिक हथियारों के कथित इस्तेमाल कर एक 'अंतरराष्ट्रीय रेखा' पार की है.

केरी ने कहा, "असद द्वारा रासायनिक हथियारों के शर्मनाक इस्तेमाल से एक अंतरराष्ट्रीय लाल रेखा पार हुई है."

सीरिया पर हमले के सवाल पर अरब देशों में मतभेद है.

पेरिस से बीबीसी संवाददाता ह्यू शोफील्ड का कहना है कि जहां सउदी अरब और क़तर जैसे देश हमले के पक्ष में हैं, वहीं जॉर्डन और लेबनान जैसे सीरिया के पड़ोसी देश इस बारे में ज़्यादा सावधानी बरत रहे हैं क्योंकि उन्हें चिंता है कि सीरियाई संघर्ष का असर उन पर पड़ सकता है.

सीरिया के मुद्दे पर और बातचीत के लिए पेरिस के बाद जॉन केरी लंदन पहुंच चुके हैं.

अमरीका का आरोप है कि राष्ट्रपति असद के सुरक्षाबलों ने 21अगस्त को सारिन गैस का इस्तेमाल किया था जिसमें 1,429 लोगों की मौत हुई.

लेकिन असद सरकार ने इस हमले के लिए विद्रोहियों को ज़िम्मेदार ठहराया है.

संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों के मुताबिक सीरिया में पिछले ढाई साल से चल रहे गृह युद्ध में लगभग एक लाख लोग मारे गए हैं.

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