इस प्रक्रिया की निगरानी ओपीसीडब्ल्यू नामक संस्था कर रही है. संस्था की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सीरिया ने ये योजना तय सीमा से तीन दिन पहले ही सौंप दी है.

ओपीसीडब्ल्यू के निरीक्षक भी अपना काम लगभग पूरा कर चुके हैं. इन लोगों को सीरिया ने ऐसे 23 स्थानों की सूची दी थी जहां रासायनिक हथियार रखे हुए थे. इनमें से चार को छोड़कर बाक़ी सभी स्थानों की जांच कर ली गई है.

ओपीसीडब्ल्यू को ये काम गत अगस्त महीने में राजधानी दमिश्क़ में हुए रासायनिक हमले के बाद सौंपा गया था.

पिछले एक अक्तूबर से ओपीसीडब्ल्यू के 60 निरीक्षक सीरिया में काम कर रहे हैं. हेग स्थित संस्था ओपीसीडब्ल्यू ने शुक्रवार को कहा कि उसके निरीक्षकों ने 19 स्थानों की जांच का काम पूरा कर लिया है.

योजना

संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत बनाए गए इस मिशन को एक नवंबर तक सीरिया में रासायनिक हथियारों को बनाने वाले औज़ारों को नष्ट करना है जबकि अगले साल के मध्य तक सारे हथियारों को नष्ट करना है.

सीरिया ने सौंपी हथियार नष्ट करने की योजना

ओपीसीडब्ल्यू को इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़ सीरिया में पिछले ढाई साल से चल रहे गृह युद्ध में अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

इसके अलावा बीस लाख से भी ज्यादा लोग सीरिया छोड़कर दूसरी जगहों पर शरण लिए हुए हैं.

गत 21 अगस्त को राजधानी दमिश्क़ में हुए रासायनिक हमले में मरने वालों के आँकड़ों को लेकर अभी भी कई तरह की राय है.

इस हमले मैं सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी. विद्रोही संगठनों ने इस हमले के लिए राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार को दोषी ठहराया था जबकि सरकार का आरोप है कि हमले विद्रोहियों ने किए थे.

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