-अव्यवस्था के बीच शुरू हुई झारखंड के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए काउंसिलिंग

झारखंड के तीन मेडिकल और डेंटल कॉलेजों के लिए शनिवार को शुरू हुई काउंसिलिंग आफत भरी साबित हुई। कैंडिडेट्स ने कहा कि डिजिटल इंडिया और डिजिटल झारखंड का नारा यहां बुरी तरह फेल है। ऑनलाइन सुविधा में जो काम घर बैठे आसानी से हो सकता था, उसके लिए लोगों को परेशान होना पड़ा। बारिश की बूंदों के बीच कैंडिडेट्स और उनके पेरेंटस सिरखाटोली स्थित झारखंड कंबाइंड के कार्यालय पहुंचे। रांची रेलवे स्टेशन से लगभग दस किमी दूर इस जगह पर पहुंचने के लिए उन्हें गाड़ी और ऑटो बुक कराना पड़ा। यहां बैठने के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। डिस्प्ले बोर्ड भी कार्यालय के बाहर एक ही लगाया गया था। इस बदइंतजामी से उन्हें दिक्कत हुई। अपने टर्म के लिए स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को घंटों इंतजार करना पड़ा।

परेशानी नंबर 1

ऑफलाइन काउंसिलिंग

- स्टूडेंटस और उनके पैरेंटस को सबसे बड़ी परेशानी ऑफलाइन काउंसिलिंग से हुई। इससे लगभग एक हजार स्टूडेंटस और उनके पैरेंटस को पूरा दिन बर्बाद हुआ। अगर ऑनलाइन काउंसिलिंग होती तो यह पैरेंटस और उनके स्टूडेंटस को नहीं उठानी पड़ती। नीट में सभी स्टूडेंटस की काउंसिलिंग ऑनलाइन हुई। इससे स्टूडेंटस को सहूलियत हुई।

परेशानी नंबर 2

-ई चालान देर से अपलोड होना

झारखंड कंबाइंड की वेबसाइट में शनिवार को देर शाम ई चालान का फार्मेट अपलोड किया गया। इससे स्टूडेंटस और उनके गार्जियन परेशान रहे। इसका कसर उनकी काउंसिलिंग की तैयारियों पर पड़ा

परेशानी नंबर 3

सबको एक साथ बुलाया

शनिवार को झारखंड कंबाइंड की काउंसिलिंग के लिए एक से लेकर 530 सीएमएल रैंक के स्टूडेंटस को एकसाथ बुलाया गया। अगर उन्हें टाइम स्लॉट के साथ बुलाया जाता जैसे 01 से 100 सीएमएल रैंक के लिए 10 बजे से 12 बजे, 100 से 300 के लिए 12 से दो बजे और इसी तरह तो उन्हें परेशानी कम होती।

परेशानी नंबर 4

सीट एलॉटमेंट की जानकारी नहीं

झारखंड कंबाइंड के परिसर में स्टूडेंटस और उनके गार्जियन के लिए कार्यालय के बाहर डिस्पले बोर्ड लगाया गया था। पर वह डिस्पले बोर्ड बीच-बीच में बंद हो जाता था। जब यह चलता था तो लास्ट अलॉटमेंट सीट की कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। यही नहीं अनाउंसमेंट के जरिये इसकी सूचना भी नहीं दी जा रही थी।

परेशानी नंबर 5

दो दिन पहले आए पैरेंटस

- मेडिकल और डेंटल की सीटों की काउंसिलिंग ऑफलाइन मोड में होने के कारण धनबाद और राज्य के सुदूरवर्ती जिलों से गार्जियन दो दिन पहले ही रांची पहुंचे थे। इनमें गोडडा, देवघर, चाईबासा से लोग रांची पहुंचे थे। इन्हें देर शाम तक काउंसिलिंग चलने के कारण शनिवार को रांची में ही रुकना पड़ा। इससे उनका खर्चा और परेशानी और बढ़ी।

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हमलोग ऑनलाइन काउंसिलिंग की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पहले दिन सीएमएल 530 तक की जेनरल कैटेगरी के स्टूडेंट की काउंसिलिंग हुई।

ओमप्रकाश कुमार, प्रशासी पदाधिकारी झारखंड कंबाइंड

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फैक्ट फाइल

- 530 रैंक (कंबाइंड मेरिट लिस्ट) तक के जेनरल स्टूडेंट्स की पहले दिन हुई काउंसिलिंग

- 1000 से ज्यादा स्टूडेंटस और पेरेंटस पहुंचे थे काउंसिलिंग में हिस्सा लेने

- 10 बजे सुबह से शुरू हुई काउंसिलिंग

- 400 रुपए है जेनरल और ओबीसी कैटेगरी के लिए काउंसिलिंग फीस

- 250 रुपए है एससी-एसटी और सभी कैटेगरी की लड़कियों की काउंसिलिंग फीस

- 07 मेडिकल और डेंटल कॉलेजों की सीटों के लिए हुई काउंसिलिंग

- रिम्स, रांची, एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर और पीएमसीएच धनबाद तथा रिम्स डेंटल कॉलेज, वनांचल डेंटल कॉलेज गढ़वा, अवध डेंटल कॉलेज और हजारीबाग डेंटल कॉलेज के लिए हुई काउंसिलिंग

- रविवार को होगी रिजर्व कैटेगरी की काउंसिलिंग

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