-80 वार्डो में सहायक सफाई नायक बन बैठे 86 सफाई कर्मचारी

-वार्डो में सफाई का काम छोड़ सुपरवाइजरी की चल रही धौंस

-अफसरों की सेंटिंग गेटिंग में शहर की सफाई व्यवस्था को लग रहा पलीता

Meerut। एक ओर जहां नगर निगम शहर को स्मार्ट सिटी की दौड़ में पार लगाने का दावा ठोंक रहा है। वहीं दूसरी ओर उसके ही सफाई कर्मचारी सारे वादों और दावों की हवा निकाल रहे हैं। शहर के विभिन्न वार्डो में तैनात ये सफाई कर्मचारी अनाधिकारिक रूप से सहायक सफाई नायक बन न केवल ड्यूटी से नदारद रहते हैं। बल्कि मनमानी भी करते हैं।

80 वार्डो में 86 सहायक सफाई नायक

नगर निगम में 1080 के आसपास स्थाई सफाई कर्मचारी हैं। इन कर्मचारियों की ड्यूटी अलग-अलग वार्डो में है। इन सफाई कर्मियों में से ही 86 कर्मचारी अवैध रूप से सहायक सफाई नायक बन बैठे हैं। दरअसल, सफाई कर्मचारियों के इस अनाधिकारिक पद प्रतिष्ठा में नगर स्वास्थ्य विभाग की मौन स्वीकृति रहती है।

साठगांठ का खेल

दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की स्वीकृति मिलने के बाद ये स्व घोषित सहायक सफाई नायक अपना मूल काम छोड़कर वसूली के कामों में जुट जाते हैं। यही नहीं ये कर्मचारी अपने परिजनों को भी संविदा सफाई कर्मी के रूप में रखवाते हैं। जिसके बाद इनके द्वारा रखे जाने वाले कर्मचारियों द्वारा किया जाना वाला काम भी जमीन पर कम कागजों पर अधिक दिखाई देता है। जबकि यह सिलसिला साल दर साल इस तरह ही चलता रहता है।

शहर की सफाई को बट्टा

चौंकाने वाली बात यह है कि सुबह 8 से 10 बजे जो काम वार्डों में ड्यूटी का होता है। उस पीक ऑवर्स में ये सफाई नायक अपना काम छोड़कर अलग-अलग स्थानों पर एकजुट होकर सुपरवाइजरी के नाम पर मटरगश्ती करते हैं। बीते दिनों भी सर्किट हाउस के सामने कई वार्डो के ये तथाकथित सहायक सफाई नायक एकजुट होकर मटरगश्ती नजर आए। कर्मचारी और तो और क्षेत्र के सफाई इंस्पेक्टर तक कर्मचारियों की इस सुपरवाइजरी में शामिल होते हैं।

पीआईएल की तैयारी

डीएम कार्यालय को पत्र भेजकर शिकायत करने वाले पंकज चंडालिया ने बताया कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से चल रहे इस खेल में शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो रही है। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट और शासन सहायक सफाई नायक के पद को अवैध ठहराता है। बावजूद इसके निगम में यह गोरखधंधा चल रहा है। पंकज ने बताया कि वह इस प्रकरण को पीआईएल के माध्यम से हाईकोर्ट में उठाएंगे।

वर्जन

शहर की सफाई व्यवस्था प्राथमिकता पर है। सफाई कर्मचारियों द्वारा की जा रही गड़बड़ी की जांच कराई जाएगी। यदि कोई गड़बड़ी मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-हरिकांत अहलूवालिया, मेयर