-रक्षा बंधन आज, बहनों ने खरीदारी के साथ दिनभर की विशेष तैयारी

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क्कन्ञ्जहृन्: आज रक्षा बंधन है और संयोग काफी अच्छा बन रहा है। इस बार भद्रा नहीं हैं जिससे बहनों को पूरे दिन रक्षा बांधने का मौका है। कई दशक बाद बन रहे इस संयोग को लेकर बहनें काफी उत्साहित हैं और वह कई दिनों से इसे लेकर तैयारी कर रही हैं। शनिवार को बाजार में काफी भीड़ रही और बहनों ने भाई की कलाई पर सजने वाली राखियों को पसंद किया है। रविवार को सुबह से ही रक्षा बंधन शुरु होगा जो शाम तक चलेगा।

ऐसे खास बन रही है राखी

पटना के प्रमुख ज्योतिष विद्वान डॉ श्रीपति त्रिपाठी का कहना है कि भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन इस बार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि पर रविार को पड़ रहा है। सूर्योदय के बाद शाम 4.16 बजे तक रक्षाबंधन का पुनीत कार्य बहनें कर सकती हैं। इस बार भद्रा नहीं होने से रक्षा बंधन का पूर्ण काल योग है। बहन को लगभग 11 घंटे तक राखी बांधने का मुहूर्त बन रहा है। क्योंकि भद्रा नक्षत्र सूर्योदय से पहले ही खत्म हो रहा है। इसलिए राखी बांधने के समय भद्रा नहीं रहेगा जो योग को काफी विशेष बना रहा है।

राशि के हिसाब से की खरीददारी

रक्षा बंधन पर बहनों ने भाई की राशि के हिसाब से सूट करने वाली राखियां खरीदी है। शनिवार को बोरिंग रोड, गांधी मैदान, पाटलिपुत्रा और राजीवनगर के साथ अन्य एरिया में भी राखी की दुकानों पर भीड़ लगी रही। इस बार सबसे अधिक रेशम के डोर वाली राखियों की डिमांड रही। मिठाई की दुकानों पर भी काफी भीड़ रही और भाई का मुंह मीठा कराने के लिए बहनों ने उनकी पसंद की मिठाई ली।

मंदिर में होगी भीड़

मंदिर पर रक्षा बंधन को लेकर विशेष तैयारी की गई है। मान्यता है कि मंदिर में रक्षा बांधने से भाई बहन का प्यार और बढ़ता है। भाई बहन के त्योहार को लेकर मंदिर में पूजा अर्चना को लेकर पूरी तैयारी की गई है। शनिवार को ही मंदिरों को सजाया गया था और उसमें पूजा की विशेष तैयारी चल रही थी।

आज रक्षा बंधन पर भद्रा नहीं है इसलिए भाई-बहन के लिए विशेष संयोग बन रहा है। राखी पर पंचक की बाधा है जो मंत्रोचार से खत्म हो जाएगी। बहन को चाहिए कि राखी बांधते समय बस मंगल कामना करते हुए मंत्र का उच्चारण करें ।

-डॉ श्रीपति त्रिपाठी, संस्थापक मर्तण्ड ज्योतिष