आई स्टिंग

- तहबाजारी के नाम पर फिर शुरू हो गया अवैध वसूली का खेल

- 15 रुपए की काटी जा रही पर्ची, दुकानदारों में ठेकेदार का खौफ

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- तहबाजारी के नाम पर फिर शुरू हो गया अवैध वसूली का खेल

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BAREILLY:

BAREILLY:

कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से तहबाजारी वसूलने का ठेका मिलने के बाद ठेकेदार ने इसकी आड़ में अवैध वसूली शुरू कर दी है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने थर्सडे को मामले पर स्टिंग किया तो बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ, जिसमें ठेकेदार की ओर से भेजे गए युवक ने वसूली करने को कैंट बोर्ड से परमिशन देने की बात कही। वहीं, खुद को वैध मान रहे अवैध दुकानदारों ने भी जबरन हो रही वसूली पर आक्रोश जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। कैसे हो रही अवैध वसूली, पढि़ए

बगैर मुहर दे रहे पर्ची

नियमानुसार कैंट बोर्ड की मुहर लगी पर्ची पर ही तहबाजारी वसूली जा सकती है, लेकिन ठेकेदार बगैर मुहर लगी फर्जी पर्ची बनवाकर वसूली कर रहा है। करीब क्0 दिनों से चल रही वसूली पर जब दुकानदारों ने मुहर लगाने और पर्ची पर दर्ज नंबर हमेशा बंद रहने के बारे में वसूली के लिए पहुंचे युवक से पूछा तो युवक ने दबंगई दिखानी शुरू कर दी। कहा, कैंट बोर्ड के निर्देश के अनुसार ही वसूली हो रही है। ज्यादा सवाल मत करो, नहीं तो दुकान नहीं चला पाओगे। मौके पर दुकानदार ने रुपए दे दिए। मामले की सूचना मिलने पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पूरे मामले की पड़ताल की, जिसमे दबंगई के दम पर अवैध वसूली किए जाने का मामले का पता चला।

ठेकेदार को थमाएंगे नोटिस

कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि कैंट बोर्ड एक्ट के तहत तहबाजारी वैध है। कैंट बोर्ड द्वारा अधिकृत ठेकेदार ही वसूली कर सकता है। वह भी कैंट क्षेत्र की सीमा के भीतर। जबकि, कुछ अज्ञात लोगों द्वारा कैंट बोर्ड की फर्जी रसीद पर कैंट बोर्ड के अंदर और बाहर लगे खोखे, ठेले, विक्रेताओं समेत अन्य व्यवसाइयों से भी वसूली की जा रही है, जिसकी जानकारी नहीं थी। संज्ञान में आने पर ठेकेदार से जवाब मांगा जाएगा। वहीं, संतोष जनक जवाब न देने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने हो रही फर्जी तहबाजारी में वर्तमान ठेकेदार के सम्मिलित होने समेत कैंट एरिया में भी अवैध पर्ची से वसूली की संभावना जताई है।

हो चुका है ठेका निरस्त

बता दें कि करीब डेढ़ वर्ष पहले तहबाजारी के नाम पर अवैध वसूली का भांडाभोड़ दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने किया था। जिसके बाद ठेकेदार को नोटिस जारी हुई। दिए गए जवाब में धांधली साबित होने पर टेंडर निरस्त करने की कार्रवाई की गई थी। जिसके बाद करीब डेढ़ वर्ष तक तहबाजारी का खेल बंद रहा, लेकि न पिछले दिनों फिर से तहबाजारी के प्रस्ताव पर मुहर लगी और फिर से फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है।

मुहर लगी रसीद पर ही तहबाजारी वसूलने के निर्देश हैं। बगैर मुहर की रसीद फर्जी है। दुकानदार अवैध वसूली की शिकायत बोर्ड कार्यालय में करें। फर्जीवाड़ा कर रहे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

के लौवुम, सीईओ, कैंटोनमेंट बोर्ड