-सीएसजेएमयू एग्जामिनेशन कमेटी के डिसीजन पर नहीं हुआ अमल

-दागी 38 परीक्षा केंद्रों पर पर्यवेक्षकों को डेरा डालकर परीक्षा करानी थी

KANPUR@inext.co.on

KANPUR : छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं दो हफ्ते पहले शुरू हो गई थीं। इस परीक्षा में करीब 38 दागी महाविद्यालय चिन्हित हुए थे, जहां पर पूरी परीक्षा के टाइम पर्यवेक्षकों को डेरा डालकर परीक्षा कराई जानी थी, लेकिन दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी इन सेंटरों पर पर्यवेक्षक नियुक्त नहीं हुए हैं। इन सेंटरों पर परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स को नकल की एक तरह से छूट सीएसजेएमयू प्रशासन ने दे दी है, जबकि परीक्षा समिति ने इन कॉलेजों को दागी डिक्लेयर किया था।

परीक्षक की रिपोर्ट पर गिरेगी गाज

इस मैटर पर परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर यादव ने बताया कि दागी सेंटर्स पर जल्द ही पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए जाएंगे। पर्यवेक्षक एक पाली की पूरी परीक्षा डेरा डालकर कराएंगे। यही नहीं पर्यवेक्षक आसपास के परीक्षा केंद्रों का भी जायजा लेंगे। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। इस बार अगर परीक्षक ने मूल्यांकन करते हुए रिपोर्ट दी कि इस कॉलेज में ईमला बोली गई है तो फिर मैटर यूएफएम कमेटी ही देखेगी।

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परीक्षा को बना दिया मजाक

छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को कुछ सेंटर इंचार्ज गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इन सेंटरों पर परीक्षा कराने के लिए कक्ष निरीक्षक टीचर नहीं हैं। बाबू, प्यून और अदर स्टाफ की मदद से परीक्षा कराई जा रही है। बीती 17 मार्च को वाइस चांसलर प्रोफेसर जेवी वैशम्पायन ने कुछ सेंटरों का जायजा लिया था, जहां पर कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी दूसरे लोग कर रहे थे। जिस पर वीसी ने तीन कॉलेजों की आगामी परीक्षाएं पास के महाविद्यालयों में कराने के डायरेक्शन परीक्षा नियंत्रक को दे दिए हैं। एग्जामिनेशन कंट्रोलर ने बताया कि तीन कॉलेजों के सेंटर चेंज कर दिए गए हैं।