-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ऑफिस में खटारा स्कूली वाहनों पर हुआ मंथन

- पेरेंट्स ने खुद के साथ आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस व स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन की भूमिका पर रखा विचार

 

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VARANASI : सिटी में बड़ी संख्या में खटारा वाहनों से स्कूली बच्चों को ढोया जा रहा है. कई कंडम वाहन तो बिना परमिट के चल रहे हैं. मगर बच्चों के पेरेंट्स, ट्रैफिक पुलिस और स्कूल प्रशासन को इसकी फिक्र नहीं है. परिवहन विभाग के ऑफिसर भी आंखे मूंदे बैठे हैं. बच्चों के गार्जियंस बसों की फीस के रूप में मोटी रकम भी अदा करते हैं. बावजूद इसके उनकी आंख के सामने ही कंडम वाहन में बच्चा स्कूल जाता और घर आता है. इस ज्वलंत मुद्दे पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से चलाए गए अभियान के बाद ट्रैफिक पुलिस की नींद टूटी और रोड पर पूरा अमला उतर गया. टीम ने रोड पर फर्राटे भर रहे वाहनों की चेकिंग की. रविवार को नदेसर स्थित ऑफिस में आयोजित इसी विषय पर परिचर्चा में गार्जियंस ने भी अपनी राय रखी.

 

आरटीओ को स्कूली बच्चों को ले जाने वाले कंडम वाहन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, तभी कंडम वाहन पर लगाम लग सकता है.

पुनीत मैनी, पेरेंट्स

 

कंडम वाहन चालक बच्चों को अपने दोनों ओर बैठाकर स्कूल ले जाते एवं वापस लाते हैं. ऐसा करना बच्चों को खतरे में डालना हैं. ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

वर्षा श्रीवास्तव, पेरेंट्स

 

स्कूल प्रशासन भी इस गंभीर समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. खटारा वाहन उनके स्टूडेंट्स को लेकर चलते हैं उनको दिखायी नहीं देता. इनके खिलाफ अपनी ओर से कार्रवाई करनी चाहिए.

डॉ. स्वर्णिम घोष, पेरेंट्स

 

स्कूली बच्चों के पेरेंट्स भी कम लापरवाह नहीं हैं. उनको अपने छोटे-छोटे बच्चों की कोई चिंता नहीं है. मनमानी करने वाले स्कूली वाहन डेली बड़े हादसे को दावते देते रहते हैं.

पल्लवी परासरी, पेरेंट्स

 

खटारा स्कूल वाहनों के खिलाफ आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस, स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन व पेरेंट्स को मिलकर कदम बढ़ाना होगा. अकेले दम पर कुछ नहीं होगा.

कुसुम सिंह, पेरेंट्स

 

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से चलाए गए अभियान की जितनी तारीफ की जाए कम है. इससे जिम्मेदार डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स के अलावा पेरेंट्स भी अवेयर होंगे.

अभिषेक दत्ता, पेरेंट्स

 

मैंने तो कई कंडम वाहनों को बदल दिया है. बच्चों को स्कूली वाहन से भेजने के पहले वाहनों की खुद चेकिंग करती हूं. इसके बाद ही उससे अपने बच्चे को भेजती हूं.

शिवानी गुप्ता, पेरेंट्स

 

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ट्रैफिक डिपार्टमेंट ऐसे स्कूल्स की लिस्ट बना रहा है जहां कंडम वाहनों का संचाल होता है. ऐसे स्कूल्स को नोटिस भेजने के साथ ही वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. साथ ही स्कूल्स एडमिनिस्ट्रेशन संग मीटिंग कर उन्हें सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन को पालन करने का निर्देश दिया जाएगा.

 

श्रवण सिंह, एसपी टै्रफिक

 

 

सभी स्कूल्स को बच्चों के वाहनों की निगरानी करने की भी सलाह दी गयी है. कम से कम हफ्ते में एक बार वो वाहनों की प्रॉपर चेकिंग जरूर करें. और गड़बड़ी मिलने पर आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस, गार्जियंस व एसोसिएशन के पदाधिकारियों को इससे अवगत कराने को कहा गया है. इससे समस्या का बहुत हद तक समाधान हो जाएगा.

 

दीपक मधोक, अध्यक्ष

पूर्वाचल स्कूल एसोसिएशन