- कोलकाता की तरह शहर में सिटी बसों के संचालन की तैयारी

- इन बसों में परिचालकों की भी जरूरत नहीं

lucknow@inext.co.in
LUCKNOW: स्मार्ट परिवहन सेवा को बढ़ावा देने और यात्रियों को सस्ती सेवा देने के लिए शहर में चलने वाली ई बसों में मिनिमम किराया रखने की तैयारी है। ई बसों के संचालन के लिए सिटी बस प्रबंधन ने हाल ही में कोलकाता में चल रही ई बसों का अध्ययन किया। वहां पर ई बसों में किराया मात्र दस रुपये है। शहर के अंदर कहीं का भी सफर कीजिए किराया मात्र दस रुपये ही देना होता है।

अब तक पूरी तरह फिट है बस
अध्ययन के लिए कोलकाता गई सिटी बस प्रबंधन की टीम के अधिकारियों ने बताया कि वहां पर संचालित हो रही ई बसों की कंडीशन 33 हजार किमी के बाद भी पूरी तरह से ठीक है। अब तक उनमें किसी तरह की कोई कमी नहीं आई है। किसी तरह का कोई पार्ट भी खराब नहीं हुआ है। बस की स्पीड 70 किमी है, लेकिन उनमें स्पीड कंट्रोल डिवाइस लगी है। ऐसे में यह बसें 60 किमी से ऊपर नहीं दौड़ सकती। इन बसों से किसी तरह का धुंआ या प्रदूषण भी नहीं हो रहा है।

दस रुपये में शहर का सफर
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जनता का रुख सिटी बस की तरफ डायवर्ट करने के लिए वहां पर ई बसों का किराया बहुत कम कर दिया गया है। बस में यदि कोई भी यात्री टिकट लेता है तो उसे दस रुपए का टिकट दिया जाएगा। भले ही वह कहीं का भी सफर करे। ऐसे में लंबी दूरी के साथ ही आस-पास के लोगों की बस में खासी भीड़ होती है। जितनी बार आप बस में सफर करेंगे, उतनी बार आपको दस रुपये का टिकट लेना पड़ेगा। ऐसे में इन बसों में यात्रियों की खासी भीड़ हो रही है।

बसों का संचालन हो रहा
इन बसों में एक और खासियत यह है कि इन बसों में परिचालक नहीं है। बसों में चालक ही सभी यात्रियों के टिकट बनाता है। ई बसों के चालक बसों को स्टॉपेज पर ही रोकते हैं। यात्रियों के चढ़ने के बाद बस का गेट बंद हो जाता है और चालक टिकट बनाकर बस को आगे बढ़ाता है। बस की क्वालिटी है कि जब तक उसके दरवाजे बंद नहीं होंगे वह आगे नहीं बढ़ेगी। वहां पर लोग इस बस को बेहद पसंद कर रहे हैं। तकरीबन छह महीने से वहां पर बसों का संचालन हो रहा है।

कोलकाता की तर्ज पर यहां पर ई बसों का संचालन किया जाना है। यात्री इन बसों की तरफ रुख करें, इसके लिए किराया भी कम से कम निर्धारित किया जाएगा। कोलकाता की तरह यहां भी दस रुपए की स्कीम लागू करने के लिए कदम बढ़ाए जा सकते हैं। इसके लिए ट्रायल भी करना होगा। फिर फैसला लिया जाएगा। इसी महीने में एक ई बस राजधानी आनी है।

आरिफ सकलेन
एमडी, सिटी बस प्रबंधन