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PATNA : अमृतसर में करोड़ों का कारोबार है लेकिन गुरु के घर में श्रद्धालुओं के चाकर बन गए हैं। हजारों पांव की धूल में सेवा तलाश रहे हैं। ख्ब् घंटा लोगों के जूते-चप्पल और लगेज की रखवाली करने वाले पंजाब के 8भ् लोगों की टीम गांधी मैदान से बड़ा संदेश दे रही है। नि:स्वार्थ भाव से सेवा कर दिल जीतने वाले इन कारोबारियों और किसानों का कहना है कि उनके लिए इससे बड़ा कोई धर्म नहीं। क्योंकि हम तो सेवा के लिए ही आए हैं।

अवसर चाहिए सेवा की

अमृतसर से आए संगतों का कहना है कि वह हमेशा सेवा के लिए तैयार रहते हैं। जहां भी अवसर मिलता है टीम के साथ पहुंच जाते हैं। टीम में 8भ् लोग हैं और सभी अपने क्षेत्र में बड़े कारोबारी हैं। इसके बाद भी सेवा भाव में कभी पीछे नहीं रहते हैं। वह श्रद्धालुओं के जूता चप्पल और लगेज की नि:शुल्क रखवाली कर संतुष्टि पाते हैं।

सब कुछ गुरु का, हम तो सेवादार हैं

अमृतसर के अंग्रेज सिंह कई बसों के मालिक हैं और कर्मचारियों की पूरी टीम है,

लेकिन पटना में जिस तरह से सेवा कर रहे हैं उसे देख दिल खुश हो जा रहा है। उनका कहना है कि सब कुछ गुरु महाराज का है। वह तो बस सेवादार हैं। जो इजाजत मिलती है वही करते हैं।

सेवाभाव ही सबकुछ

सरदार परमजीत सिंह का भी अमृतसर में ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। इसके बाद भी

वह सेवा भाव आम इंसान की तरह कर रहे हैं। वह पटना में क् जनवरी को ही टीम के साथ आ गए हैं और लोगों की सेवा में लग गए हैं।

सेवा जोड़ती है

भूपेंद्र सिंह भी कारोबार से काफी मजबूत हैं लेकिन सेवा भाव से लोगों का दिल जीत रहे हैं। वे संगतों की जूते-चप्पल की सुरक्षा कर रहे हैं। सेवा की ये मिसाल लोगों के लिए नजीर बन रही है। उनका कहना है कि सेवा इंसान को जोड़ती है और हमारा धर्म ऐसी ही सेवा की सीख देता है।