रोडवेज में कंडक्टर के पद पर है तैनात, टिकट चेक करता था ट्रेन में रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम ने दबोचा तो हुआ सनसनीखेज खुलासा allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: फर्जी टीटी बन कर ट्रेन में टिकट चेक करना व टिकट न मिलने पर फर्जी रसीद काट कर पेनाल्टी वसूल करना रोडवेज के एक कंडक्टर को महंगा पड़ा। गुरुवार को रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ने के बाद जीआरपी को सौंप दिया। सोरांव का है पकड़ा गया युवक सोरांव थाना क्षेत्र के सोरांव जंगलपुर निवासी संतोष यादव रोडवेज विभाग में कंडक्टर के पद पर तैनात है। इन दिनों वह बेली कॉलोनी में रहता है। उसकी नौकरी तो बस में पैसेंजर का टिकट काटने और टिकट चेक करने की थी। लेकिन वह फर्जी टीटी बन कर ट्रेन में टिकट काने व चेक करने लगा। वह अपनी नौकरी के साथ ही ट्रेन में भी टीटी बनकर पैसेंजर्स से पैसे वसूलता था। काफी दिनों से वह ये फर्जीवाड़ा कर रहा था। इसकी जानकारी रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम को हुई तो अधिकारी एक्टिव हो गए। इस तरह टीम ने पकड़ा वाराणसी से लोकमान्य तिलक जा रही 10172 कामायनी एक्सप्रेस गुरुवार को वाराणसी से रवाना हुई तो उसमें रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम भी सवार हो गई। ट्रेन में संतोष यादव भी सवार था, जो टीटी बनकर पैसेंजर्स के टिकट चेक कर रहा था और टिकट न होने पर रसीद काटते हुए पेनाल्टी वसूल कर रहा था। जिसे रेलवे बोर्ड की विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। इसकी सूचना सीसीएम इलाहाबाद को दी गई। कामायनी एक्सप्रेस इलाहाबाद पहुंची तो सीटीआई डोरी लाल के साथ ही अन्य टीटी पहुंचे और फर्जी टीटी संतोष यादव को जीआरपी इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे के हवाले किया। फर्जी टीटी को गिरफ्तार करने के साथ जीआरपी इंस्पेक्टर ने उससे पूछताछ की।