संगठन ने किया है दावा
वीडियो को लेकर तालिबानी संगठन की ओर से इस बात का दावा किया गया है कि जिस हेलीकॉप्टर हादसे में पाक के दो राजदूतों समेत कुल 7 लोगों को मौत के घाट उतारा गया है, उस हेलीकॉप्टर को संगठन ने जमीन से मार करने वाली मिसाइल की मदद से निशाना बनाया गया था. वहीं हादसे को लेकर पाकिस्तानी बयान पर गौर करें तो पाक सेना की ओर से तालिबान के इस दावे से पूरी तरह से इनकार किया गया है. सेना ने हेलीकॉप्टर के गिरने को महज एक हादसा बताया था.
POK में हेलीकॉप्टर को गिराने में किया गया था इस्तेमाल
संगठन की ओर से जारी वीडियो में उग्रवादी जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल के साथ नजर आ रहे हैं. इसको लेकर उग्रवादी समूह ने इस बात का दावा किया है कि उन्होंने इसका इस्तेमाल POK में उस पाकिस्तानी सैन्य हैलीकॉप्टर को गिराने में किया था, जिसमें दो राजदूतों समेत सात लोगों को मार दिया गया था.
तीन किमी दूरी से दागा था मिसाइल को
इसके साथ ही वीडियो के जरिए दिए गए संदेश में इस बात का भी दावा किया गया है कि शुक्रवार को हेलीकॉप्टर को गिराने के लिए तीन किलोमीटर दूर से मिसाइल को दागा गया था. इसके बारे में बताया गया है कि रूसी एसएएम-7 मॉडल या एसएएम-7 बी के लक्ष्य पर इससे महज तीन किलोमीटर की दूरी से हमला किया जा सकता है. इस वीडियो को अमेरिका आधारित वेब साइट एसआईटीई इंटेलिजेंस ग्रुप की ओर से डाला गया है.
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