-प्रधानमंत्री द्वारा स्वास्थ्य योजनाओं के लाभार्थियों के साथ सीधा संवाद

-नहीं थी पहले से जानकारी, लिसनिंग मोड पर रहा इलाहाबाद,

ALLAHABAD: दिल की कसक दिल में ही रह गई। मौका था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे बात करने का। जिले के 15 स्वास्थ्य योजनाओं के लाभार्थियों को इसके लिए कलेक्ट्रेट स्थिति टेली कांफ्रेंसिंग सेंटर में गुरुवार सुबह लाया गया था। लेकिन, इंटरैक्शन शुरू होते ही पता चला कि इलाहाबाद लिसनिंग मोड पर है और यहां से दो-तरफा संवाद नहीं हो सकता। ऐसे में लाभार्थियों को निराशा हाथ लगी। एक घंटे तक वह केवल पीएम को सुनते रहे, कुछ कह नहीं सके।

लखनऊ के लाभार्थी से बात

पीएम ने सुबह 9:30 बजे कलेक्ट्रेट स्थित टेली कांफ्रेंसिंग सेंटर में लाइव हुए। इस दौरान उन्होंने यूपी के तमाम शहरों के लाभार्थियों से रूबरू हुए। उन्होंने लखनऊ के एक लाभार्थी से घुटने प्रत्यारोपण की फीस के बारे में जानकारी ली। इलाहाबाद के 15 लाभार्थियों को बताया गया कि वह केवल लिसनिंग यानी सुनने वाले मोड में हैं। वह सवाल नहीं पूछ सकते हैं। वही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लाभार्थियों का चयन करने और लाने में काफी मेहनत की गई थी। उम्मीद थी कि पीएम हमारे जिले की स्वास्थ्य योजनाओं का भी हाल जानेंगे।

क्या-क्या बोले पीएम मोदी

उन्होंने घुटना प्रत्यारोपण, दिल के आपरेशन करने में रियायत और जन औषधि केंद्र पर बात की। पीएम ने कहा कि बीमारी एक शारीरिक समस्या ही नहीं है बल्कि यह हमारे सामाजिक एवं आर्थिक पक्ष को प्रभावित करती है। लोग इलाज में अपनी आय से अधिक पैसा खर्च करते हैं और कर्ज के जंजाल में फंस जाते हैं। कहा कि देशभर में 3600 जनऔषधि केंद्र खोले गए जिनमें 700 से अधिक जेनेरिक दवाएं मौजूद हैं। इस दौरान तमाम हॉस्पिटल्स में भी प्रोजेक्टर के जरिए पीएम का भाषण दिखाया गया। कार्यक्रम में सीएमओ डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई, डॉ। महानंद यादव, डीपीएम वीके सिंह, एसीएमओ डॉ। सत्येन राय, जिला कम्युनिटी प्रोग्राम मैनेजर अशफाक अहमद आदि उपस्थित रहे।