- दीनदयाल की 2006 में हुई थी शादी, नहीं है कोई संतान

- शादी के 5 वर्ष बाद लड़का हुआ भी तो तुरंत हो गई थी मौत

BAREILLY:

नवाबगंज के बुखारपुरा निवासी कौशल्या के तीन बेटों में सबसे छोटे दीनदयाल (35) की भी हादसे में मौत हो गई। दीनदयाल की शादी वर्ष 2006 में परेवा की रूपवती के संग हुई थी, लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी दीनदयाल और रूपवती को संतान का सुख नहीं मिला। जब रूपवती मां नहीं बनी तो दीनदयाल के मन में संतान सुख के लिए मां पूर्णागिरि के दर्शन का विचार आया। तो उन्होंने हर वर्ष मां के दर्शन के लिए जाना शुरू कर दिया। शादी के 5 वर्ष बाद रूपवती मां बनी तो दीनदयाल को लगा कि मां ने उसकी पुकार सुन ली।

चंद पल की थी खुशी

शादी के 5 वर्ष बाद रूपवती जब गर्भवती हुई तो पूरे परिवार में काफी खुशी का माहौल रहा। रूपवती ने एक बेटे को जन्म दिया, लेकिन लड़का पैदा होते ही उसकी मौत हो गई। लिहाजा, एक बार फिर दीनदयाल और रूपवती की संतान प्राप्ति की चाहत अधूरी रह गई। बेटे की मौत के बाद दीनदयाल का मां पूर्णागिरी का दर्शन करना जारी रहा, लेकिन संतान का सुख पाने से पहले ही दर्दनाक हादसे में दीनदयाल की मौत हो गई।

मां-पत्‍‌नी का बुरा हाल

हादसे में दीनदयाल की मौत की सूचना जब परिवार वालों को मिली तो कोहराम मच गया। मां कौशल्या और पत्‍‌नी रूपवती का रो-रो कर बुरा हाल था। चूंकि, कौशल्या के तीनों बेटों ने अलग-अलग घर बसा लिया है, तो रूपवती का अब कोई सहारा नहीं बचा है।