-वायुसेना, रोडवेज समेत कई स्थानों की सप्लाई रुकी

-मृत टैंकर चालक के परिवार को आर्थिक मदद व मुआवजा न मिलने पर की हड़ताल

आंवला/बरेली: रेलवे क्रॉसिंग गौसगंज पर एक्सप्रेस ट्रेन से टैंकर की टक्कर में जान गवांने वाले टैंकर चालक के परिजनों को मुआवजा न दिए जाने के विरोध में पेट्रोलियम टैंकर्स ड्राइवर्स यूनियन ने थर्सडे को टैंकरों के पहिए जाम कर दिए। परिणामस्वरूप बरेली, बदायूं, पीलीभीत, रामपुर, मुरादाबाद समेत उत्तराखंड के कई जिलों में पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति ठप हो गई। वायुसेना और रोडवेज को भी तेल आपूर्ति नहीं हो सकी। हालांकि एसडीएम आंवला ममता मालवीय के आश्वासन पर शाम तक हड़ताल तो वापस ले ली गई, लेकिन टैंकर चालकों ने रात में टैंकर भरवाने से इनकार कर दिया।

इससे पहले दिन में आईओसी डिपो प्रबन्धक कपिल देव सिंह, भारत पेट्रोलियम के नंदनपाल व हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के पीके मण्डल, एके भाटिया ने पूरी स्थिति से एसडीएम ममता मालवीय को अवगत कराया। शाम चार बजे एसडीएम ने हड़ताल कर रहे टैंकर यूनियन के पदाधिकारियों व मृत टैंकर ड्राइवर सोहन लाल की पत्नी किरन देवी व उनके परिवारीजनों से भेंट की। 25 अक्टूबर को फरीदपुर के करीब गौसगंज रेलवे के खुले फाटक से टैंकर निकालते हुए राज्यरानी एक्सप्रेस ने टक्कर मार दी थी। परिजनों का कहना है कि सोहन लाल की जान राज्यरानी एक्सप्रेस को आग की चपेट में आने से बचाने में हुई। घटना में रेलवे की गलती साबित हो चुकी है, फिर भी उसके परिवार को मुआवजा नहीं दिया गया।