-गंगा सफाई के लिए नीदरलैंड की कंपनी और यूपी गवर्नमेंट के बीच साइन हुआ एमओयू

KANPUR: गंगा किनारे लगी टेनरियों को अब शिफ्ट करने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि टेनरियों का घातक रसायन अब गंगा में नहीं गिरेगा। यह भरोसा स्विटजरलैंड की प्रदूषित राइन नदी को साफ करने वाली नीदरलैंड की सोलिडेरिडेट नेटवर्क की हायर अथारिटी ने मंडे को सिटी में आयोजित प्रोजेक्ट लांचिंग में दिया। प्रोग्राम का इनॉग्रेशन नीदरलैंड के उच्चायुक्त अल्फासंस स्टोलिंगा व यूपी पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने किया। नीदरलैंड के उच्चायुक्त ने कहा कि गंगा की हालत बहुत ही खराब है।

टेनरियों में लगेंगे प्लांट

गंगा की सफाई के इस प्रोजेक्ट पर करीब 8 यूरो मिलियन का खर्च आएगा। इसको लेकर होटल लैंडमार्क में सोमवार को नीदरलैंड के राजदूत व पर्यावरण विभाग की प्रमुख सचिव ने एमओयू साइन किया। प्रमुख सचिन रेणुका कुमार ने बताया कि नीदरलैंड की टीम नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर काफी समय से रिसर्च कर रही थी। गंगा में घातक केमिकल जाने से रोकने को टेनरियों में जो संयंत्र लगेंगे, वह नीदरलैंड की टीम ही लगाएगी। प्रोग्राम में डायरेक्टर डीपी मथूरिया, सीएलआरआई डायरेक्टर डॉ। बी चन्द्रशेखरन, सीएलए चेयरमैन मुख्तारुल अमीन मौजूद रहे।