जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। ऐसी ही दो महिला तांत्रिकों ने पहले एक लडक़ी को अपने वश में किया। उसके परिवार वालों ने विरोध किया तो शनिवार को कोर्ट के बाहर उन्होंने लडक़ी के अपहरण का प्रयास किया। लडक़ी को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाने पर लोगों का गुस्सा भडक़ उठा और उन्होंने लडक़ी को ले जाने वाली दो महिला तांत्रिकों और उनके साथियों को पकडक़र धुन दिया। जिन्होंने लडक़ी को अपने वश में कर लिया था। पिटाई के बाद महिला तांत्रिकों को पब्लिक ने छोड़ दिया।

मोहल्ले में तांत्रिक

13 बी प्रहलाद नगर के रहने वाले रविंद्र बहल छोटे व्यापारी हैं। बीस साल की रश्मि बहल इनकी बेटी है। इन्हीं के मोहल्ले में अर्चना और आशा का मकान है, जो तंत्र-मंत्र करती हैं। करीब दो महीने से रश्मि का इन महिलाओं के घर आना-जाना बढ़ गया था। मोहल्ले में इन महिलाओं की छवि एक तांत्रिक के रूप में है। जब रश्मि के परिजनों ने रश्मि की नजदीकी इन महिलाओं से देखी तो उन्होंने इसका विरोध किया। लेकिन तंत्र जाल में फंसी रश्मि ने फिर भी इन महिलाओं से मिलना-जुलना जारी रखा। तंग आकर घरवालों ने रश्मि का घर से निकलना बंद कर दिया। एक दिन मौका पाकर रश्मि घर से भागकर इन महिलाओं के घर पहुंच गई। करीब एक महीने से रश्मि अर्चना और आशा के साथ ही रह रही थी।

दोबारा गुहार

जब घरवालों को इस बात का पता चला तो उन्होंने अर्चना और आशा से रश्मि को वापस मांगा। लेकिन उन्होंने रश्मि को परिजनों के साथ भेजने से साफ इंकार कर दिया। इस पर रश्मि के पिता ने कोर्ट में अपनी बेटी को वापस दिलाने की गुहार लगाई। परिजनों का कहना था कि अर्चना और आशा ने भी कोर्ट में रश्मि की सुपुदर्गी के लिए अर्जी दाखिल की। 16 सितंबर को बालिग रश्मि की मर्जी के आधार नगर मजिस्ट्रेट ने आदेश किया कि रश्मि को अर्चना और आशा की सुपुदर्गी में कर दिया जाए। लेकिन आशा और अर्चना कोर्ट में सुपुदर्गी नामा दाखिल करने के दौरान हाजिर नहीं हुईं। जिस पर रश्मि को नारी निकेतन भेज दिया गया।

रश्मि को खींचा

रश्मि के पिता ने अपनी बेटी को पाने के लिए एक बार फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। शनिवार दोपहर रश्मि को एडीजे के सामने पेश किया गया। जिस पर कोर्ट ने आशा और अर्चना की सुपुर्दगीनामे को खारिज करते हुए रश्मि को पूर्ण रुप से स्वतंत्रता की छूट दी। जिस पर रश्मि ने अपने परिजनों के साथ जाने की बात कही। जब रश्मि अपने परिजनों के साथ घर जा रही थी, उसी दौरान कचहरी के बाहर आशा, अर्चना और उसके साथ आए कुछ लडक़ों ने रश्मि को किडनैप करने की कोशिश की। शोर मचाने पर लोगों की भीड़ ने आरोपियों को पकड़ लिया और जमकर धुनाई कर दी। फिर पुलिस आई। मामला बढ़ा लेकिन पुलिस ने मामले को सुलझा दिया। महिला तांत्रिकों को चेतावनी देने के साथ ही रश्मि को परिजनों के साथ अपने घर भेज दिया।