छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : टाटानगर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार-पांच स्थित वाटर वेडिंग मशीन से प्रतिदिन लाखों रेल यात्री पानी खरीद कर पी रहे हैं, लेकिन मशीन से निकलने वाला पानी शुद्ध है या नहीं। इसकी जांच नहीं की जा रही है। जिसके ध्यान में रखते हुए शुद्धता की जांच करने वाला यंत्र टोटल प्यूरिटी सिस्टम (टीपीएस) इन वाटर वेडिंग मशीन के संचालकों से सीसीएम ने मांगा तो संचालकों ने हाथ खड़े कर दिए। क्योंकि इनके पास यह टीपीएस सिस्टम है ही नहीं, जिससे पानी की शुद्धता की जांच की जा सके । जिसके लिए गुरुवार को चीफ कमर्शियल मैनेजर (सीसीएम) मदन मोहन बोहरा ने स्टाल संचालक विकास गुप्ता व उसके कर्मचारियों की फटकार लगाई।

भड़के गंदगी देखकर

गुरुवार को गार्डेनरीच से आए सीसीएम टाटानगर स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्लेटफार्म नंबर एक से लेकर पांच के स्टालों में बिकने वाले सामान की जांच की और उसके बिक्री मूल्य के स्टीकरों को देखा। इस दौरान प्लेटफार्म नंबर एक स्थित एस्केलेटर के समीप शौचालय के वेडिंलेटर से पानी सिपेज हो रहा था, जिसे देखकर उन्होंने इसे तुरंत ठीक कराने का निर्देश दिया।

सेकेंड एंट्री बुकिंग काउंटर में जांच

सीसीएम निरीक्षण के दौरान सेकेंड एंट्री बुकिंग काउंटर गुरुवार को पहुंचे। वहां उन्होंने प्रतिदिन काउंटर से बिक्री होने वाली टिकटों की संख्या की जांच की।

वेटिंग हाल का किया निरीक्षण

टाटानगर स्टेशन के प्रथम क्लास व द्वितीय क्लास वेटिंग हॉल का निरीक्षण किया। इस दौरान सेकेंड क्लास वेटिंग हॉल में लगे सेनेटरी नेपकीन मशीन के बारे में भी जानकारी हासिल की। इतना ही नहीं सेकेंड क्लास वेटिंग हॉल में बने शौचालय की साफ-सफाई की व्यवस्था भी देखी।

चाइल्ड लाइन के दस्तावेजों की जांच

प्लेटफार्म नंबर एक स्थित चाइल्ड लाइन के कार्यालय में निरीक्षण के दौरान सीसीएम ने चाइल्ड लाइन का रजिस्टर की बारीकी से जांच की। उन्होंने पूछताछ की कि प्रत्येक माह कितने बच्चे टाटानगर स्टेशन में भटकते हुए पहुंचते हैं।

स्टालों व रेस्टोरेंट का भी जायजा

टाटानगर स्टेशन के स्टाल व रेस्टोरेंट में बिकने वाले खाद्य पदार्थो की जांच की गई। वहीं कर्मचारियों के दस्ताने व नाखून की भी बारीकी से जांच की।