गर्दन नपती देख लाखों रुपया घाटा सहने के लिए तैयार

रेलवे ने भी व्यापारियों का कोई डाटा नहीं कराया उपलब्ध

Bareilly: रेलवे जंक्शन पर जब्त कर चोरी के माल का 24 घंटे बाद भी कोई दावेदार नहीं निकला। वाणिज्य कर की मोबाइल टीम ने दिल्ली-बरेली पैसेंजर में छापा मार कर संडे को 164 नग माल बरामद किया था, जिसकी कम से कम कीमत 50 लाख और इसके एक करोड़ तक पहुंचने की संभावना से वाणिज्य कर के अधिकारी इनकार नहीं कर रहे हैं। क्योंकि, इन पार्सल में ड्राई फ्रूट्स, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, टॉयज से लेकर महंगे गारमेंट होने की संभावना जताई जा रही है।

सामने आए तो लगेगी भारी चपत

सनद रहे कि व्यापारी ट्रेनों से दलालों के जरिए कर चोरी का माल मंगाते हैं। दलाल ट्रेन का एसएलआर वैगन लीज पर ले लेते हैं। व्यापारी को अपनी डिटेल नहीं देनी होती है। इस प्रकार टैक्स चोरी का बड़ा खेल चलता है। चूंकि माल पकड़ लिया गया है। यदि व्यापारी माल के लिए क्लेम करते हैं, तो उन्हें न सिर्फ पकड़े गए माल पर टैक्स के अलावा भारी पेनाल्टी देनी होगी। बल्कि, वाणिज्य कर की ब्लैक लिस्ट में भी शामिल हो जाएंगे।

व्यापारी सामने आएं तो खुलें पार्सल

जब्त माल का आंकलन करने के लिए वाणिज्य कर के अधिकारी किसी दावेदार का इंतजार कर रहे हैं। ताकि, व्यापारी के सामने पार्सल को खोलकर उसकी कीमत का आंकलन कराया जा सके। फिर उसी आधार से उस पर टैक्स और पेनाल्टी की प्रक्रिया पूरी की जा सके। यदि कोई दावेदार सामने नहीं आया तो सामने मालखाने में सड़ता रहेगा।