- कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट की एसआईबी टीम ने रोडवेज पर मारा छापा

BAREILLY:

रोडवेज की अनुबंधित बसें बिना टैक्स जमा किए ही रोड पर फर्राटा भर रही हैं। कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा सूचना मांगे जाने के बाद भी रोडवेज ने अनुबंधित बसों की लिस्ट नहीं सौंपी। जिसको देखते हुए कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट की एसआईबी टीम ने मंडे को रोडवेज पर छापेमारी कर दी। एसआईबी के अधिकारी एआरएम प्रशासन नीरज अग्रवाल से पूछताछ की। उन्होंने दो दिन की मोहलत देते हुए रिपोर्ट सौंपने को कहा है। फिर भी रोडवेज बसों की जानकारी नहीं देता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दोपहर 1 बजे की छापेमारी

कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के एडिशनल कमिश्नर एसआईबी एसपी सिंह के निर्देश पर डिप्टी कमिश्नर एसआई विजय कुमार ने टीम के साथ दोपहर एक बजे के करीब पुराना बस स्टेशन आरएम कार्यालय पर छापेमारी की। आरएम राजीव चौहान ऑफिस में नहीं थे। लिहाजा एसबीआई की टीम एआरएम प्रशासन नीरज अग्रवाल के ऑफिस में पहुंच गई और अनुबंधित बसों के बारे में जानकारी मांगी। जिस पर एआरएम प्रशासन नीरज अग्रवाल का कहना था कि जो कर्मचारी अनुबंधित बसों का रिकॉर्ड मेंटेन करता है, वह छुट्टी पर चल रहा है। जिस वजह से वह बसों के बारे में अभी जानकारी नहीं दे पाएंगे। एआरएम के अनुरोध करने पर टीम ने दो दिन की मोहलत दी है।

किराए पर 5 परसेंट टैक्स का नियम

रोडवेज को कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट एसआईबी के अधिकारियों ने जून 2017 में नोटिस जारी किया था। नोटिस जारी कर अनुबंधित बसों की संख्या, किन रूट्स पर चल रही है, किराया और बसों से होने वाली आमदनी के बारे में जानकारी मांगी थी। फिर भी रोडवेज के अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। दरअसल, रोडवेज की अनुबंधित बसों पर टैक्स देना कम्पल्सरी है। किराए पर 5 परसेंट टैक्स जमा करने का नियम हैं, लेकिन रोडवेज की अनुबंधित बसों का टैक्स जमा नहीं हो रहा है।

अनुबंधित बसों का टैक्स जमा नहीं हो रहा है। रोडवेज से अनुबंधित बसों की लिस्ट मांगी गई थी, लेकिन उन्होंने अभी तक नहीं सौंपी है। रोडवेज के अधिकारियों ने दो दिन का समय मांगा है। यदि, रिपोर्ट नहीं सौंपते हैं, तो कार्रवाई की जाएगी।

विजय कुमार, डिप्टी कमिश्नर, एसआईबी कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट