- तमन्ना पैरामेडिकल व नर्सिग स्कूल में 'पहल' की कार्यशाला

<- तमन्ना पैरामेडिकल व नर्सिग स्कूल में 'पहल' की कार्यशाला

ALLAHABAD:allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: टीबी और मधुमेह एक दूसरे के पूरक हैं। बीमारियों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। यह विचार मेडिकल कॉलेज के टीबी एवं चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ। तारिक महमूद ने व्यक्त किए। वे मंगलवार को तमन्ना पैरामेडिकल व नर्सिग स्कूल में जागरण पहल द्वारा आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे।

दो से तीन गुना बढ़ जाएगा टीबी का खतरा

डॉ। तारिक ने कहा कि देश में दोनों बीमारियों ने लाखों की संख्या में लोगों को अपने कब्जे में कर रखा है। अगर आपको मधुमेह है तो समझिए कि आप में टीबी होने का खतरा दो से तीन गुना बढ़ जाता है। मधुमेह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। ऐसे मामलों में टीबी के बैक्टीरिया शरीर के अंगों मसलन हड्डियों और तंत्रिकाओं को प्रभावित कर देते हैं लेकिन फेफड़ों को संक्रमित करना सबसे आसान होता है। इस अवसर पर पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं को बीमारियों से संबंधित जानकारी दी गई। जागरण पहल के मैनेजर राजेश रंजन ने छात्राओं को प्रशिक्षित करते हुए कहा कि सभी की मदद से इस बीमारी पर अंकुश लगाया जा सकता है। धन्यवाद ज्ञापन जिला समंवयक अंकित शुक्ल ने किया। इस दौरान डा। अशोक कुमार शुक्ला, डा। नजमी रहमान, डॉ। एलडीपी सिंह, साक्षी श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। क्विज प्रतियोगिता के विजेताओं में सरिता, रेनू प्रिया, संध्या कुमारी को सम्मानित किया गया। बुधवार को वात्सल्य व नाजरेथ नर्सिग स्कूलों में कार्यशाला आयोजित की जाएगी।