-प्रदेश से टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार तैयार

-24 मार्च को टीबी दिवस पर आयोजित होगा बड़ा कार्यक्रम

LUCKNOW: टीबी की बीमारी को प्रदेश से खत्म करने के लिए सरकार ने बड़े स्तर पर अभियान शुरू कर दिया है। अब टीबी के मरीजों को खोजकर उनका इलाज किया जाएगा। अब टीबी हारेगा और यूपी जीतेगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 24 मार्च को प्रोग्राम की शुरुआत योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की मौजूदगी में होगी।

24 को होगा कार्यक्रम

बापू भवन में गुरुवार को प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने टीबी को देश से वर्ष 2025 तक समाप्त करने का जो संकल्प लिया है, उसको लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है। टीबी को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जिसमें धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।

सोशल मीडिया का भी सहारा

मंत्री ने कहा कि देश में इस समय हर दो मिनट में टीबी से तीन मरीजों की मौत हो रही है। इसलिए घर-घर जाकर मरीजों को खोजेंगे और दवा देंगे। समय पर इलाज मिलने से टीबी पूरी तरह खत्म हो सकती है। टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए प्रदेश में पहली बार जनजागरुकता के उद्देश्य से सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जाएगा। ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं व्हाट्सएप से लोगों को जागरुक किया जाएगा।

मैनेजमेंट प्रोग्राम यूनिट

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के संचालन एवं क्रियान्वयन के लिए आगरा, बरेली, लखनऊ व वाराणसी में क्षेत्रीय टीबी प्रोग्राम मैनेजमेंट यूनिट और स्टेट ड्रग स्टोर (आगरा, बरेली, लखनऊ, वाराणसी) की स्थापना की गई है। सभी 75 जिलों में 76 सीबीनैट मशीनें क्रियाशील कर दी गई हैं। जिनमें सिर्फ दो घंटे में ही एमडीआर टीबी की जांच उपलब्ध हो जाती है।

बाक्स

पहचान के लिए अभियान

स्वास्थय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मरीजों को चिन्हित करने का काम पिछले वर्ष ही शुरू किया गया था। पहले चरण में 800 टीमों ने 393 टीबी मरीजों की पहचान की और उनका इलाज शुरू किया। दूसरे चरण में 4000 टीमों ने 2263 मरीज चिन्हित किए। तीसरे चरण में सभी 75 जिलों में करीब 10 हजार टीमों ने 7303 टीबी मरीजों की पहचान की।

बाक्स

2017 में पंजीकरण

सरकारी में 247449 मरीज

निजी में 67422 मरीज