BAREILLY

देश में तेजी से बढ़ रहे टीबी मरीजों को देखते हुए राष्ट्रीय क्षय रोग कार्यक्रम में दी जाने वाली डॉट्स को बंद कर दिया गया है। अब मरीजों को डेली डोज कॉम्बीनेशन दवाएं दी जाएंगी। जिसमें मरीजों को दी जाने वाली दवाओं में आखिरी दवा लेने के बाद जिला क्षय रोग विभाग के टोल फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल करनी होगी। यदि मरीज मिस्डकॉल नहीं करता है तो डिस्ट्रिक्ट लेवल पर कार्यक्रम को देख रहे सुपरवाइजर को मरीज के घर जाकर दवा लेने की स्थिति के बारे में जानकारी लेनी होगी।


अब डेली डोज कॉम्बीनेशन दवा

टीबी मरीजों को अभी तक डॉट्स दी जाती रही है। जिसे गवर्नमेंट ने बंद कर अब डेली डोज कॉम्बीनेशन तैयार किया है। जिसे मरीज के वजन के हिसाब से दिन में दो या पांच बार तक दिया जाएगा। इस प्रणाली से टीबी जैसे गंभीर रोग को पहले से और भी प्रभावी तरीके से रोकथाम की जा सकती है। डेली डोज कॉम्बीनेशन दवाओं में रिफाम्पिसिन, आइसोनियाजिड, एथम्बयुटोल, पायराजीनामाइड दवाओं का मिश्रण दिया जाएगा। टीबी के मरीज का डिस्ट्रिक्ट लेवल में विभाग के पास पूरा ब्योरा मौजूद रहेगा। यदि मरीज इलाज पूरा नहीं करता है तो उसके घर जाकर उसकी स्थिति को परखा जाएगा.

पोर्टल पर रहेगी जानकारी

टीबी के मरीज के बारे में डिस्ट्रिक्ट लेवल पर सर्वे कराने के बाद ई पोर्टल निक्षय पर अपलोड किया जाएगा। जिसमें मरीज का नाम से लेकर पता तक फीड किया जाएगा। इस पोर्टल पर मरीज भी अपनी बीमारी की स्थिति को अपने मोबाईल पर ही देख सकता है। मरीज का ट्रीटमेंट कहां तक पहुंचा और किस हद तक उसकी बीमारी ठीक हो पाई है। इस पोर्टल में मरीज को दी गई दवाओं के बारे में भी जानकारी रहेगी। कितनी दवाओं की डोज ली जा चुकी हैं और कितनी दवा लेना बाकी है। मरीज दवा खाने के ई पोर्टल पर दिए गए नंबर 09219402064 पर मिस्डकॉल देगा। जिससे सुनिश्चित होगा की मरीज ने पूरी दवा खा ली है।

डाटा-

इस वर्ष हुए रजिस्ट्रेशन- 5042

ट्रीटमेंट ले रहे मरीज- 4322

ट्रीटमेंट बीच में छोड़े मरीज-720

वर्ष 2016 में मरीजों की मौत- 1245

 

 

 

गवर्नमेंट की ओर डॉट्स को बंद कर दिया गया है। अब मरीजों को डेली डोज कॉम्बीनेशन दवा दी जा रही है। इसके लिए सभी डॉट्स सेंटर पर नई दवाएं भेजी जा रही हैं।

डॉ। एसके गर्ग, जिला क्षय रोग अधिकारी