-विश्व टीबी दिवस आज, टीबी के मरीजों का गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में होता है फ्री इलाज

-तीन वीक से ज्यादा समय तक सर्दी-खांसी हो तो जरूर कराएं जांच

JAMSHEDPUR: लगातार तीन हफ्ते से खांसी हो रही हो। भूख न लगे। वजन लगातार कम होता जा रहा हो। अगर ऐसा हे तो तत्काल डॉक्टर से सलाह लें। क्योंकि ये टीबी के लक्षण हो सकते हैं। टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो बीमार व्यक्ति से सेहतमंद लोगों में भी फैल सकती है। टीबी (ट्यूबरक्लोसिस) जैसी संक्रमण बीमारी अब भले ही लाइलाज नहीं, लेकिन लोगों में अवेयरनेस की कमी की वजह से इस जानलेवा बीमारी से देश में तीन मिनट में दो और रोज करीब एक हजार लोगों की मौत होती है। जिला टीबी ऑफिसर डॉ प्रभाकर भगत ने कहा कि खांसी देखने में आम होती है, लेकिन लगातार तीन वीक से अधिक खांसी है तो सावधान होने की जरूरत है। यह एक ऐसा संक्रमण रोग है, जो माइक्रो बैक्टीरियम ट्यूबरक्लोई नामक बैक्टेरिया की वजह से होता है। यह बैक्टीरिया शरीर के सभी अंगों में प्रवेश कर रोग ग्रसित कर देता है।

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जिले में तेजी से बढ़ रहा टीबी

टीबी हॉस्पिटल का आंकड़ा बताता है कि जिले में टीबी पीडि़तों की संख्या में तेजी से बढ़ी है। ख्0क्फ् में कुल 9म्98 रोगियों की जांच हुई। इनमें ख्908 नये टीबी के मरीज पाए गए और ख्फ्7ब् रोगी रोगमुक्त हुए। ख्0क्ब् में कुल क्070फ् मरीजों की जांच हुई, जिनमें ख्9म्7 नये मरीज मिले। इस साल कुल ख्ब्9म् मरीजों को इस बीमारी से मुक्ति मिली।

फोर योर इन्फॉर्मेशन का लोगो

क्या हैं टीबी के लक्षण

- तीन सप्ताह से अधिक खांसी।

- बुखार जो शाम के समय बढ़ता है।

- सीने में दर्द।

- वजन का घटना।

- भूख में कमी।

- बलगम के साथ खून आना।

- फेफड़ों में इंफेक्शन बहुत ज्यादा होना।

- सांस लेने में दिक्कत।

कैसे करें बचाव

- बच्चों को जन्म से एक माह के अंदर टीबी का टीका लगवाएं।

- खांसते समय मुंह पर रूमाल रखें।

- मरीज जगह-जगह न थूकें।

- इलाज बीच में न छोड़ें।

- अल्कोहल और धूम्रपान से बचें।

वर्ष ख्0क्ब् का आंकड़ा

कुल मरीजों की जांच : क्070फ्

नए टीबी रोगी : ख्9म्7

रोगमुक्त हुए : ख्ब्9म्

वार्षिक लक्ष्य : 8भ् फीसद

इलाज दर : 8म् फीसद

सफलता दर : 88 फीसद

(ईस्ट सिंहभूम जिले का अांकड़ा)

यह भी जानें

- विश्व में सात करोड़ लोग इस बीमारी से ग्रस्त हैं और प्रत्येक वर्ष ख्भ् से फ्0 लाख लोगों की इससे मौत हो जाती है।

- विश्व में प्रति वर्ष 90 लाख लोग टीबी से ग्रसित होते हैं, जबकि फ्0 लाख लोगों को आवश्यक सेवाएं नहीं मिलती।

- देश में हर तीन मिनट में दो लोग टीबी के कारण दम तोड़ देते हैं। हर दिन चालीस हजार लोगों को इसका संक्रमण हो जाता है।

- टीबी फेफड़ों से रक्त प्रवाह के साथ शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है, जैसे हड्डियां, हड्डियों के जोड़, आंत, मूत्र व प्रजनन तंत्र के अंग, त्वचा और मस्तिष्क के ऊपर की झिल्ली आदि।

- टीबी क्भ्-म्0 वर्ष की आयु में होता है। देश में इस कारण हर साल क्ख् हजार करोड़ रुपयों की आर्थिक हानि होती है।

टीबी जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है,क्योंकि समय पर बीमारी की पता चलने से इलाज संभव है। टीबी रोगी को इलाज पूरा कराना चाहिए। ट्रीटमेंट बीच में छोड़ना ठीक नहीं है।

- डॉ। प्रभाकर भगत, जिला टीबी ऑफिसर, ईस्ट सिंहभूम