छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : विदेशी (अमेरिका) मशीन से शहर में अब गंभीर टीबी मल्टी ड्रग रजिस्टेंट (एमडीआर) की जांच संभव होगी। केंद्र सरकार की ओर से नवंबर माह के अंतिम सप्ताह तक यह जीन एक्सपर्ट मशीन उपलब्ध करा दी जाएगी। वहीं एक दिसंबर से इस तकनीक से जांच शुरु हो जाएगी। साकची स्थित टीबी हॉस्पिटल में जांच की सुविधा नहीं होने के कारण अबतक नमूना रांची भेजा जाता रहा है, लेकिन अब इलाज के साथ-साथ जांच की सुविधा भी मिल सकेगी।

ढ़ाई घंटे में पता चलेगा, गंभीर टीबी है या नहीं

टीबी की गंभीर बीमारी (एमडीआर) से मरीज पीडि़त है या नहीं, यह सिर्फ ढ़ाई घंटे में पता चल सकेगा। अभी तक इस जांच के लिए एक से दो माह कर इंतजार करना पड़ता था। सरकारी अस्पताल में यह टेस्ट मुफ्त होगा। जबकि निजी में इस जांच की फीस करीब सात हजार देना पड़ता है।

वातानुकूलित हॉल है तैयार

टीबी अस्पताल में सीबी नेट मशीन को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए अलग से वातानुकूलित हॉल तैयार किया गया है। जांच में प्रयोग होने वाली कार्टेज को आठ डिग्री सेंटीग्रेट तापमान पर रखना होगा। वहीं पावर बैकअप के लिए कम से कम पांच किलोवाट के इनवर्टर की जरूरत होगी। क्योंकि जांच के दौरान पावर कट होने से बलगम का नमूना बेकार हो जाएगा।

यह होंगे फायदे

- पांच से आठ हजार में होने वाली जांच निश्शुल्क होगी।

- रांची नहीं भेजना पड़ेगा बलगम का नमूना।

- महीनों के बजाय ढ़ाई घंटे में मिलेगी जांच रिपोर्ट।

- जांच के बाद तत्काल व सटीक होगा इलाज।

- मशीन से फायदा करने वाली दवा की भी होगी जानकारी।