घर-घर जाकर मरीज तलाश करेंगी 153 टीमें

80190 घरों में तलाशे जाएंगे टीबी के मरीज

Meerut। टीबी के रोग से 2025 तक देश को मुक्त कराने के लिए क्षय रोगी अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत 24 फरवरी से होगी। जिला टीबी अधिकारी डॉ। एम.एस फौजदार ने प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। टीबी को जड़ से मिटाने के लिए जिला टीबी विभाग की टीमें 10 मार्च तक इस कार्य में जुटेंगी। खास बात यह है कि इस बार प्रदेश के सभी 75 जिलों में यह अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत विभाग डोर-टू-डोर जाकर मरीजों की शिनाख्त करेगा। यही नहीं शहरी की मलिन बस्तियों में चलने वाले इस अभियान में मरीजों की जांच से लेकर दवाई देने तक का काम भी विभाग ही करेगा।

डालें एक नजर

40 केंद्रों पर होती है बलगम की जांच

18 ट्रीटमेंट यूनिट

900 डॉट सेंटर

153 टीमें टीबी के मरीज ढूंढेगी।

11 नोडल अधिकारी करेंगे निगरानी।

33 सुपरवाइजर अभियान में होंगे शामिल

88 मोहल्लों में चलेगा अभियान

पहला चरण

अगस्त 2017 से

4 लाख लोगों की हुई जांच

80 लोगों में पाया गया टीबी

दूसरा चरण

26 दिसंबर 2017 से 9 जनवरी 2018 तक

5,26,044 लोगों की की गई जांच

96 लोगों में पाया गया टीबी

बढ़ रहे मरीज

2017 - 6898

2016- 6698

2015- 6536

2014- 6302

2013- 6349

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है। इसी संदर्भ में जिले में इस कार्यक्रम का तीसरा चरण शुरू किया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि टीबी के एक-एक मरीज तक इलाज पहुंचाया जाएं।

डॉ। राजकुमार चौधरी, सीएमओ, मेरठ