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LUCKNOW : लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद विपक्ष को एक मंच पर एक साथ लाने की कवायद को लेकर सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर रहे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि नायडू ने गठबंधन के नेताओं से विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस के साथ आने का आग्रह किया और इसे समय की जरूरत बताई।

अखिलेश-मायावती से मिले चंद्रबाबू नायडू,विपक्षी एकता के लिए 23 मई के बाद ये है खास प्लान

कई नेताओं से कर चुके हैं मुलाकात

नायडू लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद बनने वाली संभावनाओं को लेकर देश भर में विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं से मिल रहे हैैं। उनकी कोशिश विपक्षी एकता के लिए सभी दलों को एक साथ लाने की है। इसे लेकर वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एनसीपी नेता शरद पवार से भी मिल चुके हैैं। इसी क्रम में वह शनिवार को बसपा व सपा अध्यक्षों से मुलाकात के लिए लखनऊ में थे। गठबंधन नेताओं से उनकी मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि विपक्षी एकता के लिए सपा-बसपा को कांग्रेस के साथ आना होगा, जबकि बीते दिनों चुनाव प्रचार के दौरान गठबंधन के दोनों नेता कांग्रेस पर खासे हमलावर रहे हैैं।

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ममता के सुझाव पर टाली बैठक

शनिवार शाम करीब पांच बजे विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा मुख्यालय पहुंचे नायडू ने अखिलेश यादव के साथ बंद कमरे में करीब एक घंटे तक वार्ता की। अखिलेश से मिलने के बाद नायडू माल एवेन्यू स्थित बसपा सुप्रीमो मायावती के बंगले पर पहुंचे। मायावती से भी नायडू की लगभग एक घंटे की मुलाकात रही। नायडू ने गठबंधन के नेताओं को तोहफे में आम दिए। नायडू से मायावती और अखिलेश की मुलाकात के बाद गठबंधन के नेताओं के रुख की ओर सबकी नजरें टिकी हैैं। विपक्षी एकता के लिए पहले 21 मई को दिल्ली में देश भर के राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दलों की बैठक बुलाने की तैयारी थी लेकिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुझाव पर इस बैठक को टाल दिया गया है। अब चुनाव परिणाम आने के बाद इस बैठक की तैयारी की जा रही है।