लडक़ी ने शोर मचाने की कोशिश की तो टीचर ने उसकी गर्दन पर चाकू रख दिया। धमकी दी कि अगर मुंह खोला तो जान से भी जाएगी।

छुट्टी के बाद ह्रोका


मामला घाटमपुर पुलिस स्टेशन के हाफिजपुर का है। यहां रहने वाले सुरेंद्र कुमार एक फैक्ट्री में जॉब करते हैं। सुरेंद्र की बेटी शिखा (दोनों बदले नाम) गांव के ही जूनियर हाईस्कूल में आठवीं की स्टूडेंट है। मंडे को शिखा रोज की तरह स्कूल गई थी। छुट्टी के बाद सारे बच्चे तो घर चले गए लेकिन टीचर नफीस अहमद कुरैशी ने शिखा को रोक लिया। किसी को शक न तो इसलिए शिखा को पानी लेने के बहाने स्कूल से बाहर भेज दिया। शिखा पानी लेकर लौटी तो स्कूल एक दम खाली था। नफीस ने उसे एक कमरे में बंद कर लिया। काजल ने शोर मचाने की कोशिश की तो उसकी गर्दन पर चाकू लगा दिया। इसके बाद उसके साथ दरिंदगी की। लडक़ी को छोडऩे से पहले भी धमकी दी कि मुंह खोला तो ठीक नहीं होगा।


हालत देख  उड़े होश


दरिंदे के चंगुल से छूटकर शाम चार बजे करीब शिखा घर लौटी तो उसकी हालत देखकर पेरेंट्स को कुछ शक हुआ। हालत बिगड़ती देख वो शिखा को लेकर प्राइवेट नर्सिंग होम पहुंचे। यहां डॉक्टर्स ने चेकअप के बाद रेप किए जाने का इशारा किया तो घरवालों के होश उड़ गए। सुरेंद्र ने थाने में सूचना देने के साथ डीआईजी को भी घटना की जानकारी दी.              डीआईजी के आदेश पर आरोपी टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने स्टूडेंट को मेडिकल के लिए डफरिन हॉस्पिटल भेज दिया है।