शिक्षक भर्ती 2018
लिखित परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद से शुरू हुई मुसीबत
चयन प्रक्रिया के बीच में बदलावों की भी विवादों पर रही छाया
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ALLAHABAD: सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद परिषदीय स्कूलों में शिक्षक भर्ती सरकार की महत्वाकांक्षी योजना थी। सहायक अध्यापक के पदों पर नियुक्ति में पारदर्शिता बनाने के लिए चयन प्रक्रिया में भी व्यापक स्तर पर बदलाव किए गए। उसके बाद अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी ने पूरी चयन प्रक्रिया को ही कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया। सूबे में पहली बार आयोजित हुई लिखित परीक्षा के परिणाम आने के बाद से विवादों को सिलसिला शुरू हुआ। इसके बाद एक के बाद एक लगातार विवादों ने पूरी प्रक्रिया पर ही सवाल उठाने शुरू कर दिए। यही कारण रहा कि शिक्षक भर्ती में अधिकारियों द्वारा बरती गई गलतियों ने हर तरफ विभाग के साथ ही सरकार की भी फजीहत करा दी।
लिखित परीक्षा परिणाम से हुई गड़बड़ी की शुरुआत
परिषदीय स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती 2018 की लिखित परीक्षा का जारी होने पर 41556 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए थे। यह परिणाम सामान्य व पिछड़ा वर्ग के लिए 45 और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए 40 फीसद उत्तीर्ण प्रतिशत के आधार पर जारी किया गया था। इसमें महज 38.52 फीसद अभ्यर्थी ही उत्तीर्ण हो सके। परीक्षा परीक्षा में कुल एक लाख, 25 हजार 746 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। लिखित परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद नियुक्ति के लिए 41556 पदों के आधार पर पहली सूची जारी हुई थी। जिसमें 34660 अभ्यर्थियों को शामिल किया गया। इसके बाद लिखित परीक्षा में सफल 6136 अभ्यर्थी चयन सूची से बाहर होने का मामला तूल पकड़ा तो इनको भी चयन सूची में शामिल किया गया। इसमें भर्ती के कुल पद यानी 68500 को आधार बनाया गया और 6127 की दूसरी चयन सूची जारी की गई। यहीं से शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवादों का दौर शुरू हो गया। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती का चयन मानक सुधार दिया गया है, तभी दूसरी सूची जारी हो सकी है। अफसरों ने एकाएक चयन मानक न बदला होता और यह प्रक्रिया पहले ही अपना ली गई होती तो शायद किरकिरी न होती।
कब क्या हुआ
28 अक्टूबर 2017 : परिषद से शिक्षक भर्ती का पाठ्यक्रम जारी।
नौ जनवरी 2018 : सहायक अध्यापक भर्ती का शासनादेश जारी।
25 जनवरी : भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू।
09 फरवरी : आवेदन लेने की अंतिम तारीख।
12 मार्च : लिखित परीक्षा की तारीख जो टाल दी गई।
मई : टीईटी में अंक बढ़ने से सफल अभ्यर्थियों से दोबारा आवेदन।
21 मई : शासन ने उत्तीर्ण प्रतिशत अंकों में किया बदलाव।
27 मई : लिखित परीक्षा कराई गई।
छह जून : पहली उत्तर कुंजी जारी।
18 जून : संशोधित उत्तर कुंजी जारी।
आठ अगस्त : उत्तीर्ण प्रतिशत के अंक बदले, पहले शासनादेश के अंक मान्य।
13 अगस्त : परीक्षा परिणाम जारी