-मेडिकल कॉलेज में धूमधाम से मना टीचर्स डे

-छवि सुधारने के लिए मीडिया से सहयोग की अपील

ALLAHABAD: चाहे कितना भी प्रेशर हो, डॉक्टर्स को अपना संयम नहीं खोना है। अगर व्यवहार में जरा सा भी बदलाव आया तो मरीज के साथ अच्छे संबंध विकसित नहीं हो सकेंगे। कुछ ऐसी ही सीख डॉक्टर्स को एमएमलएन मेडिकल कॉलेज के मेहता प्रेक्षागृह में टीचर्स डे पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मिली। कार्यक्रम के दौरान टीचर्स को सम्मानित किया गया, साथ ही मरीजों और डॉक्टरों के आपसी संबंधों को लेकर एक पैनल डिस्कशन भी हुआ।

विनम्र बने डॉक्टर्स

मेडिकल कॉलेज में आए दिन डॉक्टर्स और मरीज-परिजनों के बीच बढ़ती मारपीट की घटनाओं को देखते हुए 'चिकित्सा जगत के प्रति समाज का बदलता नजरिया' विषय पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया था। इस पर वक्ताओं ने कहा कि डॉक्टर्स को काम के बोझ तले भी अपना संयम नहीं खोना चाहिए। उन्हें अपना व्यवहार हर हाल में विनम्र रखना होगा। मरीज और डॉक्टरों के बीच कम्युनिकेशन गैप होने से कई तरह की घटनाएं घटित होती हैं।

मीडिया से तटस्थ रहने की अपील

कार्यक्रम में मीडिया कवरेज को लेकर भी सवाल-जवाब हुए। वक्ताओं ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि मीडिया बवाल वाली घटनाओं को काफी तूल देकर पब्लिश करती है। ऐसे मामलों में केवल मरीज का पक्ष नहीं लिया जाना चाहिए, बल्कि डॉक्टरों का पक्ष भी उजागर करना चाहिए। अगर दोनों पक्षों की बात को न्यूज में स्थान मिलेगा तो पाठकों के सामने उचित तस्वीर आएगी।

मिला सम्मान तो खिले चेहरे

इस दौरान मेडिकल कॉलेज के सभी विभागों के हेड ऑफ डिपार्टमेंट को प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने बुके देकर सम्मानित किया। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति डॉ। अब्दुल कलाम और प्रो। राधाकृष्णन को लेकर स्पीच भी दी गई। वक्ताओं में विधायक अनुग्रह नारायण सिंह, आईएएस आरएस वर्मा, लंदन से आए डॉ। एके अग्निहोत्री, डॉ। मंगल सिंह, डॉ। शबी अहमद, डॉ। शांति चौधरी आदि शामिल रहे। कार्यक्रम का आयोजन जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की ओर से किया गया था। जिसमें रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के यूपी के अध्यक्ष डॉ। संतोष सिंह और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। अलंकार मौजूद रहे।