शिक्षकों के आंदोलन पर सीएम हरीश रावत ने दिए सख्ती के संकेत

कहा-चुनाव के कारण कोई गलतफहमी में न रहे

-ऐसा कोई फैसला नहीं किया जाएगा, जिससे राज्य का अहित होता हो: सीएम

-हाईकोर्ट के कडे़ रूख के चलते हुई है हरीश रावत सरकार की हौसलाअफजाई

DEHRADUN: शिक्षकों के आंदोलन पर हाईकोर्ट के कडे़ रूख ने हरीश रावत सरकार के हौसले को काफी बढ़ा दिया है। शनिवार को सीएम हरीश रावत हड़ताल खत्म न करने पर अडे़ शिक्षकों के प्रति कडे़ तेवरों के साथ सामने आए। सीएम हरीश रावत ने दो टूक कहा-चुनाव नजदीक देखकर कोई यह न सोचे कि वह दबाव में आ जाएंगे। ऐसा सोचने वाले पहले उनके डीएनए की जांच कर ले। दबाव में कोई निर्णय लेने का सवाल ही नहीं है।

हाईकोर्ट भी सख्त

पिछले कई दिनों से हड़ताल पर चल रहे शिक्षकों को लेकर हाईकोर्ट ने एक दिन पहले ही कड़ा रूख जाहिर किया था। हाईकोर्ट ने कह दिया था कि या तो शिक्षक हड़ताल खत्म कर पढ़ाने के लिए लौटे या फिर सरकार उनके स्थान पर नई भर्ती करे। माना जा रहा था कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद शिक्षकों की हड़ताल खत्म हो जाएगी, मगर ऐसा नहीं हुआ। इससे सरकार और आंदोलित शिक्षकों के बीच टकराहट को और बढ़ा दिया है।

खख्त मूड में दिखे सीएम

एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए सीएम हरीश रावत से जब मीडिया ने शिक्षकों की हड़ताल के बारे में पूछा, तो वह सख्त मूड में दिखाई दिए। सीएम ने कहा कि अपने संसाधनों के हिसाब से सरकार शिक्षकों की मांगें पूरा कर रही है। मगर कोई इस गलतफहमी में न रहे, कि चुनाव नजदीक है, तो किसी भी तरह का निर्णय करा लिया जाएगा। ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा, जो कि राज्य के हित में नहीं होगा।

इन स्थितियों के बीच, सीएम हरीश रावत ने एक तरह से सख्त कदम उठाने के संकेत भी दे दिए हैं। हाईकोर्ट के सख्त रूख के बाद भले ही आंदोलित शिक्षकों ने हड़ताल खत्म नहीं की है, लेकिन उन पर एक दबाव जरूर बनने लगा है। अब सख्ती दिखाकर सरकार इसका फायदा लेने की सोच रही है।

यूथ के प्रोग्राम में भी हड़ताल का जिक्र

हरीश रावत सरकार के सामने हर मौके पर हड़ताल से संबंधित सवाल उठ रहे हैं। यूथ के एक प्रोग्राम में शिरकत करने गए सीएम हरीश रावत से युवाओं ने कई तरह के सवाल पूछे। हड़ताल से संबंधित सवाल भी उठे। सीएम हरीश रावत ने कहा कि कर्मचारियों को किसी भी अन्य राज्य की तुलना में उत्तराखंड में बेहतर वेतन आदि दिया जा रहा है। कर्मचारियों की समस्याओं को सुनियोजित तरीके से दूर किया जा रहा है।