- मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार हर दिन बढ़ा रहा यूपी बोर्ड की टेंशन

- अपनी मांगों पर अड़े शिक्षक, तीसरे दिन भी नहीं जांची कापी

ALLAHABAD: करोड़ों कापियों का मूल्याकंन करना है। यूपी बोर्ड पर पहले ही प्रेशर में था। ऐसे में शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार हर दिन बोर्ड की टेंशन को बढ़ा रहा है। शिक्षकों के विरोध के चलते तीसरे दिन भी मूल्यांकन कार्य नहीं शुरू हो सका। अब सिर्फ क्ख् दिन ही बचे हैं। ऐसे में समय पर मूल्यांकन कार्य पूर्ण होना असंभव सा लग रहा है। साथ ही मूल्यांकन की गुणवत्ता पर भी प्रभाव पड़ना निश्चित है, जो परीक्षार्थियों के भविष्य को सीधे तौर पर प्रभावित करेगी।

मांगों को लेकर अड़े

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट जिलाध्यक्ष ननकेश बाबू का कहना है कि जब तक सरकार शिक्षकों की मांगें पूरा नहीं करती तब तक मूल्यांकन कार्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने एक अप्रैल ख्00भ् के बाद नियुक्त शिक्षकों को पेंशन योजना में ना शामिल किए जाने पर घोर आपत्ति व्यक्त की। विरोध के दौरान शिक्षक नेताओं ने केपी इंटर कालेज, राजकीय इंटर कालेज, सीएवी इंटर कालेज, केएन काटजू इंटर कालेज शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य से विरत रहने की अपील की। उधर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चेतनारायण गुट की ओर से सेवा समिति इंटर कालेज में मीटिंग की गई।

मूल्यांकन कार्य का समर्थन

समाजवादी शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष ने यशवंत सिंह यादव ने मूल्यांकन कार्य शुरू करने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक इसी प्रकार मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करते रहेंगे तो स्टूडेंट्स की पढ़ाई बाधित होगी। उन्होंने बाताया कि सभा की ओर से सीएवी इंटर कालेज में जाकर शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य किए जाने जाने का समर्थन करते हुए मूल्यांकन कार्य प्रारम्भ करा दिया गया।