-चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में नवजात बदले जाने के मामले में पहुंची टीम

-सभी के दर्ज नहीं हो सके बयान, आईसीयू रजिस्टर में फीमेल चाइल्ड की है एंट्री

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PRAYAGRAJ: चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में नवजात बदले जाने के मामले में हाई लेवल कमेटी गुरुवार को फिर से बयान दर्ज करेगी। बुधवार को पूरा स्टाफ मौजूद नहीं होने से जांच टीम को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। टीम के सदस्यों का कहना है कि मामले के प्रत्येक पहलू की जांच करने के बाद ही रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसलिए संबंधित स्टाफ को उपस्थित रहने की कड़ी हिदायत दी गई है।

जांच के लिए सुबह पहुंची टीम

चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में मॉर्निग में पांच सदस्यीय हाई लेवल कमेटी में शामिल डॉ। एके श्रीवास्तव, डॉ। राजेश राय, डॉ। दिलीप चौरसिया, डॉ। अमृता चौरसिया, डॉ। अदिति प्रसाद ने दस्तक दी। उन्होंने तमाम सुबूतों की जांच की। घटना वाले दिन मौजूद सभी स्टाफ को बुलवाया गया। लेकिन पता चला कि कुछ लोग ड्यूटी पर मौजूद नहीं हैं। ऐसे में जो लोग उपस्थित नहीं थे उन्हें बयान दर्ज करने के लिए गुरुवार को बुलवाया गया है।

आईसीयू में भर्ती है फीमेल चाइल्ड

जांच टीम ने सबसे पहले आईसीयू का भ्रमण किया। जहां मौजूद बच्चे को देखा गया तो वह फीमेल चाइल्ड निकला। जबकि पीडि़त पक्ष का कहना है कि उसने मेल चाइल्ड को भर्ती कराया था। आईसीयू के रजिस्टर में भी फीमेल की एंट्री दर्ज है। जांच दल में शामिल डॉ। दिलीप चौरसिया ने बताया कि सभी स्टाफ के बयान दर्ज करने के बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी। टीम द्वारा डॉक्टर, नर्स सहित तमाम पैरामेडिकल स्टाफ का बयान लिया जाना है। मामले को स्वास्थ्य मंत्री ने भी संज्ञान में लिया है।

यह है मामला

गौरतलब है कि 16 नवंबर को कुंडा सीएचसी में सहिबापुर पहाड़पुर बनोही के विनोद कुमार की पत्नी प्रीति ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। सीएचसी में दर्ज रिकॉर्ड के हिसाब से दोनों मेल थे। उनकी हालत खराब होने पर डॉक्टरों ने चिल्ड्रेन हॉस्पिटल रिफर कर दिया था। 17 की भोर में एक बच्चे की मौत हो गई और दूसरे को आईसीयू में भर्ती कराया गया। जब परिजनों ने उसकी सुध ली तो उनके होश उड़ गए। क्याोंकि यहां मेल की जगह फीमेल चाइल्ड था। परिजनों ने हॉस्पिटल स्टाफ पर नवजात बदलने का गंभीर आरोप लगाया है जिसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।