आगरा। वाराणसी के निर्माणाधीन फ्लाईओवर की बीम धराशायी होने के बाद प्रदेश सरकार ने आगरा समेत प्रदेश के सभी पुलों की जांच का फैसला लिया है। इसमें शासन के निर्देश पर तकनीकी समितियां गठित की गई हैं। ये तकनीकी समिति जिले के निर्माणाधीन और अभी हाल में तैयार हुए सभी फ्लाईओवर्स की तकनीकी और सुरक्षा की जांच करेगी। तकनीकी समिति को जांच कर पांच दिन में रिपोर्ट सौंपनी होगी। तकनीकी समितियां हर एंगल बिन्दु से गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को परख कर रिपोर्ट तैयार करेंगी।

सीपीएम के नेतृत्व में कमेटी गठित

आगरा मंडल में ़फ्लाईओवरों की जांच के लिए मुख्य परियोजना प्रबंधक सीपीएम अशेष श्रीवास्तव के नेतृत्व में तकनीकी कमेटी गठित की गई है। इसमें डीपीएम उप परियोजना प्रबंधक अजय कुमार सिंह को शामिल किया गया है। प्रदेश में ऐसी 11 तकनीकी कमेटियों का गठन किया है। सभी कमेटी में दो प्रमुख इंजीनियरों का शामिल किया है। इनको जांच की रिपोर्ट पांच दिन में मुख्यालय को सौंपनी हैं। इस बारे में उ.प्र। सेतु निर्माण निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कमेटी एक दो दिन में आगरा पहुंचने की उम्मीद है। फ्लाईओवरों की गुणवत्ता और सुरक्षा की जांच में सहयोग किया जाएगा।

इन बिन्दुओं पर होगी जांच

- प्रोजेक्ट कब शुरु हुआ और निर्माण कार्य पूरा होने का क्या लक्ष्य निर्धारित था।

- सुरक्षा के मानक क्या है। उनकी जांच और रिकमन्डेशन किस स्तर पर हुई।

-फ्लाईओवर का निर्माण कार्य किसके निर्देशन में चल रहा है।

- फ्लाईओवर की तकनीकी ईकाई में कौन हैं और क्या जिम्मेदारी निर्धारित की गई है।

- फ्लाईओवर की गुणवत्ता जांचने के मानक क्या हैं?

- निर्माण कार्य में उपयोग में लाए जाने वाले मटेरियल की गुणवत्ता