सोमवार से शुरु हुआ अभियान, जागरूकता के लिए धार्मिक गुरुओं से ली जाएगी मदद
रोडवेज, रेलवे स्टेशन पर भी लोगों को किया जाएगा जागरूक
Meerut . एक्टिव टीबी फाइंडिंग अभियान के तहत छुपे हुए टीबी के मरीजों को घर-घर ढूंढा जाएगा. सोमवार से अभियान के चौथे फेज की शुरुआत हो गई. डीटीओ डॉ. एमएस फौजदार ने इसका शुभारंभ किया. इसके साथ ही प्रचार-प्रसार वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. इस दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए भी विभाग अलग-अलग गतिविधियां करा रहा है.
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फैक्ट फाइल
- 19 जून तक अभियान चलेगा
- 20 से 22 एरियों को विभाग ने मरीज ढूंढने के लिए चिंहित किया है.
- 142 टीमें अलग-अलग जगह पर मरीज ढूंढेंगी
- 30 सुपरवाइजर प्रोग्राम की मॉनिटरिंग करेंगे
- 10 नोडल अधिकारी बनाएं गए हैं
-500 रूपये प्रति माह टीबी पॉजिटिव आने पर मरीज को दिए जाएंगे
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टीबी के लक्षणों के आधार पर मरीजों को खोजा जाएगा.
-लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करने और जांच के लिए प्रोत्साहित करने के लिए धार्मिक गुरुओं का सहयोग लिया जाएगा .
- धार्मिक स्थलों से जांच के लिए ऐलान करवाया जाएगा.
- रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर भी जागरूकता एक्टिविटी की जाएंगी.
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इस बार बड़े स्तर पर प्रोग्राम चलाया जा रहा है. जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम भी जोड़े गए हैं. हमारी कोशिश है कि छुपे हुए अधिक से अधिक मरीज सामने आएं.
डॉ. एमएस फौजदार, डीटीओ, मेरठ.