- आबूलेन को सुंदर बनाने के लिए कैंट बोर्ड ने जारी किया एक्शन प्लान

- डिवाइडर बनाकर लगाए जाएंगे पौधे, रखे जाएंगे आर्टिफिशियल पूल

- शाम को तीन घंटे के लिए वॉक जोन का भी रखा गया है प्रस्ताव

Meerut : अगर आप हर संडे को पिकनिक मनाने के लिए या घूमने के लिए दिल्ली या एनसीआर में जाते हैं तो आगे से आपको वहां जाने की कोई जरुरत नहीं पड़ेगी। कुछ ही दिनों में मेरठ में ही आपको एक ऐसा स्पॉट मिलने जा रहा है जहां आप पिकनिक करने के साथ शॉपिंग और आराम से घूम सकते हैं। ये जगह और कोई नहीं बल्कि मेरठ का कनॉट प्लेस कहे जाने वाला आबूलेन होगा। कैंट बोर्ड ने पब्लिक के लिए आबूलेन को सुंदर बनाने का जो ब्लू पि्रंट तैयार किया, उस पर काम समय पर हो गया तो शायद ही वेस्ट यूपी में इससे बेहतर कोई मार्केट होगा।

बनेगा डिवाइडर, फिक्स होंगे पौधे

कैंट बोर्ड द्वारा तैयार ब्लू प्रिंट की मानें तो सड़क के बीचो-बीच डिवाइडर बनाया जाएगा, जिसके बीच में मिट्टी भरी जाएगी। अधिकारियों के अनुसार डिवाइडर को यूं ही खाली नहीं रखा जाएगा। उसके ऊपर पॉम के पौधे लगाएं जाएंगे। पॉम के पौधे लगाने का मुख्य कारण है कि कोई जानवर इसके पत्तों को नहीं खाता है। ऐसे में उन पौधों के नुकसान होने कोई डर भी नहीं है। अभी कैंट बोर्ड ने म्*फ् फीट के फ्रेम बनाकर उन पौधों को टेंपरेरी बेसिस पर रखा हुआ है। जिन्हें कोई भी उठाकर फेंक सकता है या फिर रात को चुराकर ले जा सकता है।

रखे जाएंगे आर्टिफिशियल पूल

इस मार्केट को सुंदर और लाइव बनाने के लिए आर्टिफिशियल पूल रखने की भी व्यवस्था की जा रही है। ये पूल म्*फ् फीट के होंगे। अधिकारियों के अनुसार सड़क के बीच में इस तरह के चार पूल रखे जाएंगे, जिनमें मछलियां, सुंदर झाडि़यां और कमल के फूल और सुंदर एंटीक रखे जाएंगे। अधिकारियों की मानें तो पब्लिक जब आबूलेन में आए तो सिर्फ मार्केट में ही शॉपिंग ही न करें बल्कि वहां पर शॉपिंग को एंज्वॉय भी करें। रिलैक्स करें। क्योंकि कई लोग आबूलेन में घूमने के लिए ही आते हैं।

एंटीक लाइट्स और चेयर

शाम को बाजार रोशन रहे और सुंदरता और भी ज्यादा निखार आए उसके लिए एंटीक लाइट्स की भी व्यवस्था भी जा रही है। ये लाइट्स आबूलेन में क्0-क्0 मीटर की दूरी लगाई जाएंगी। ये सभी लाइट्स सोलर एनर्जी से संचालित होंगी। हर लाइट का रंग भी अलग-अलग होगा। ताकि लोगों को वहां आने के बाद सुकून मिले। वहीं लोगों को थकान मिटाने के लिए चेयर भी व्यवस्था होगी। सड़क के दोनों ओर ख्0-ख्0 मीटर की दूरी चेयर लगाई जाएंगी। इसकी कैंट बोर्ड की ओर से पहले ही व्यवस्था कर दी है।

तीन घंटों के लिए वॉकिंग प्लाजा

कैंट बोर्ड इस मास्टर प्लान में शाम को तीन घंटों के लिए आबूलेन को फव्वारा चौक तक सिर्फ वॉकिंग प्लाजा जोन घोषित करने का भी प्लान रखा है। ये शाम छह बजे से लेकर रात 9 बजे तक रहेगा। कैंट बोर्ड के अधिकारियों की इस प्रस्ताव को रखने की मंशा ये है कि इस दौरान मार्केट में लोगों का प्रेशर ज्यादा रहता है। वहीं अधिकतर लोग घूमने के लिए भी शाम को ही निकलते हैं ऐसे में लोगों के लिए वॉकिंग प्लाजा बेहतरीन ऑप्शन होगा। वहीं पैदल चलने वाले लोगों के लिए काफी सहूलियत होगी।

चलाई जाएंगी ई-रिक्शा

बाजार में कई बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी होंगे जो पार्किंग स्पॉट से अपनी कार से उतरने के बाद बाजार में आने असमर्थ होंगे। ऐसे में उनके लिए अलग से सुविधा की जा रही है। कैंट बोर्ड द्वारा ऐसे लोगों के लिए ई-रिक्शा संचालित करने की परमीशन दी जाएगी। अधिकारियों की मानें तो आबूलेन पर क्0 ई-रिक्शा चलाने की परमीशन होगी। आगे लोगों की जरुरत के हिसाब से बढ़ाई जा सकती हैं। ई रिक्शा स्टैंड बेगमपुल और काठ का पुल पर बनाया जाएगा।

सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर

लोगों की सुरक्षा पुख्ता रखने और क्राइम ऐलीमेंट पर नजर रखने के लिए कैंट बोर्ड पूरे आबूलेन पर सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार अगर हम मार्केट को सुंदर बनाने जा रहे हैं तो उसकी सुरक्षा की पुख्ता होनी काफी जरूरी है। दोनों ओर करीब एक दर्जन कैमरे लगाने की योजना है। इसका कंट्रोल रूम बंगला नंबर क्7फ् में बनाने की योजना है। इस कंट्रोल रूम में पुलिस और कैंट बोर्ड के कर्मचारियों को बैठाया जाएगा।

अभी इस तरह की योजना के बारे में सोच रहे हैं। इस पर सभी सेक्शन के हेड से चर्चा की जा रही है। अगर लोगों को बेहतर मार्केट देंगे तो इससे लोगों के साथ व्यापारियों को भी काफी लाभ होगा।

- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड

अभी हम सिर्फ जो सिस्टम क्रिएट किया है, उस पर फोकस कर रहे हैं। बाकी जो उसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया है, उस पर भी काम किया जाएगा। इसके लिए सभी एक राय होना काफी जरूरी है।

- अनुज सिंह, सीईई, कैंट बोर्ड