शुभ पर्व : पत्नी के तीन वचनों से टल सकता है दंपती पर अकाल मृत्यु का संकट

Meerut : आखिर कौन सी विवाहिता स्त्री होगी, जिसे मायके जाना न भाता हो। पति-पत्नी के बीच इस बात को लेकर हल्की-फुल्की नोकझोंक भी उनके रिश्ते का हिस्सा है। लेकिन अगर शास्त्रों में ही लिखा हो कि मायके जाना पत्नी के लिए शुभ है, तो फिर निश्चित ही किसी पति को इससे इनकार नहीं होगा। हरियाली तीज, कुछ ऐसा ही संदेश लेकर आती है। वैसे तो हिन्दू समाज में शादी के बाद पहले साल तक सभी बड़े त्योहार मायके में ही मनाने का चलन है, लेकिन तीज के बारे में कहा जाता है कि इसे हमेशा मायके में मनाना मंगलकारी प्रभाव देता है।

ज्योतिर्विद और भारत ज्योतिष शोध संस्थान के संस्थापक भारत ज्ञान भूषण कहते हैं कि इस दिन पूजा के समय पत्नी पति के साथ रिश्ता निभाने के लिए तीन वचन दे, तो पति-पत्नी दोनों को अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता और उनके रिश्ते में मिठास लाता है। ये वचन हैं, पति से छल-कपट नहीं करूंगी, पति से झूठ नहीं बोलूंगी और दु‌र्व्यवहार नहीं करूंगी और पति से किसी अन्य की निंदा नहीं करूंगी। भूषण ने बताया कि तीज को भगवान शिव और पार्वती के शुभ वैवाहिक जीवन के आरंभ के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।

भगवान को झुलाएं झूला

भूषण के मुताबिक, इस साल 5 अगस्त को श्रावण शुक्ल तृतीया पर चंद्रमा सिंह राशि में है, सर्वार्थसिद्धि योग, रवि योग, राज योग और परिधि योग एक साथ पड़ रहे हैं। इसके अलावा, पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने के कारण भगवान को झूला झूलाना और स्वयं भी झूला झूलना लाभकारी रहेगा।

पर्यावरण से जोड़ा तीज को

पर्यावरणविद् डॉ। मधु वत्स कहती हैं कि वह तीज को पर्यावरण के साथ जोड़कर मनाती हैं। व्यवस्तता के बावजूद वह तीज का त्योहार जोर-शोर से मनाती हैं और महिलाओं को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती हैं। डॉ। वत्स का कहना है कि आम के पेड़ लुप्त हो रहे हैं। हमें सजग होना होगा।

वहीं, सरकार की चाइल्ड लाइन संस्था की मेरठ प्रमुख अनीता राणा तीज पर बच्चों के साथ खुशियां बांटती हैं। जल संरक्षण का संदेश देती हैं। वह कहती हैं अब प्राकृतिक झूले तो रहे नहीं सो विभिन्न संस्थाओं के तीज आयोजनों में हिस्सा लेकर सेलिब्रेट करती हैं।

उधर, एसपी ट्रैफिक किरन यादव का कहना है कि पुलिस सेवा में आने के बाद उन्हें व्यस्तता के चलते तीज मनाने का मौका नहीं मिला। हालांकि उनका कहना है कि हमें प्राकृतिक संरक्षण की ओर ध्यान देना चाहिए।