- शौहर और उसकी पत्नी करना चाह रहे हैं दोबारा निकाह

- 2013 में शौहर ने पत्नी को दिया तलाक, 2016 में बुजुर्ग से कराया था हलाला

BAREILLY :

तीन तलाक का बड़ा संवेदनशील मामला सामने आया है। मियां-बीवी के बीच झगड़ा हुआ तो शौहर ने उसे पांच वर्ष पहले तलाक दे दिया। मनमुटाव दूर हुआ तो दोनों साथ रहने को राजी हो गए, लेकिन धार्मिक बाध्यता ने हलाला में फंसा दिया। शौहर ने 65 वर्षीय बुजुर्ग से पत्नी का हलाला कराया। रात गुजारने के बाद बुजुर्ग ने तलाक देने से मना कर दिया। बीते दो साल से युवक अपनी पत्नी को वापस पाने के लिए परेशान है। अब मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी से राहत की गुहार लगाई है।

मामूली कहासुनी में हुआ तलाक

उत्तराखंड के खटीमा निवासी अकील अहमद की बेटी जूही का निकाह खटीमा के ही मोहम्मद जावेद के साथ 2010 को हुआ था। मियां बीवी के बीच मामूली कहासुनी होने पर झगड़ा हो गया नौबत तलाक तक पहुंच गई। 2013 को जावेद ने जूही को तलाक दे दी। इसके बाद दोनों ने फिर साथ रहने की ठानी तो हलाला की रस्म आड़े आ गई। रिश्तेदारों ने बरेली के रहने वाले ऑटो चलाक बब्बू उर्फ सरताज के साथ हलाला कराने के लिए रजामंदी दी। 25 नवंबर 2016 को जूही के साथ हलाला की रस्म अदा करने के लिए निकाह करा दिया गया। शर्त यह थी कि हलाला करने के बाद बब्बू तलाक दे देगा। लेकिन 65 वर्षीय बब्बू की नियत खराब हो गई और वह महिला को तलाक नहीं दे रहा है। जब महिला के पति ने तलाक की बात कही तो बुजुर्ग ने तलाक देने से इनकार कर दिया। मेरा हक फाउंडेशन के अध्यक्ष फरहत नकवी ने बताया कि लड़की पक्ष और पहले शौहर की तरफ से शिकायत हुई है। हलाला करने वाले से बातचीत की जा रही है। महिला अब खुला करने के लिए शहर काजी के पास अपनी मांग रखने के लिए मंडे को जाएगी।