-4 साल पहले मलेशिया गए थे चारों युवक

-होटल मालिक पर पासपोर्ट जब्त करने का आरोप

-युवकों ने फोन पर घरवालों को बताई आपबीती

टिहरी

गढ़वाल के टिहरी जिले के रहने वाले चार युवक मलेशिया में फंस गए हैं। ये चारों युवक मलेशिया के एक होटल में नौकरी करने गए थे। इन युवकों ने आरोप लगाया है कि होटल मालिक ने उनके पासपोर्ट और दूसरे दस्तावेज अपने कब्जे में ले रखे हैं और नहीं लौटा रहा है। चारों युवक एक साथ एक किराए के कमरे में रह रहे हैं। इस बात का पता तब चला जब युवकों ने अपने घरवालों को फोन पर इसकी सूचना दी। युवकों ने बताया कि उन्हें मलेशिया में प्रताडि़त किया गया और होटल मालिक ने तीन महीने से तनख्वाह भी नहीं दी। ये चारों युवक चार साल पहले मलेशिया गए थे। टिहरी जिले के जौनपुर ब्लॉक के स्यालसी गांव के विश्वनाथ सिंह, भिलंगना ब्लॉक के गडोलिया गांव निवासी उत्तम सिंह, जाखणीधार ब्लॉक के बांगर गांव के उमराव सिंह और भिलंगना ब्लॉक के मगरौं गांव निवासी नत्थी सिंह 22 मई 2014 को मलेशिया गए थे।

सरकार से मदद की गुहार

इन युवकों और उनके घरवालों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। टिहरी के एसपी बरिंदरजीत सिंह का कहना है कि युवकों के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है और जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। बताया गया है कि चारों युवक मलेशिया के पेटालिंग जाया शहर के ओरिजनल केमांग कायुनाशी नाम के होटल में नौकरी करते थे। पीडि़त युवक विश्वनाथ ने फोन पर बताया कि करीब डेढ़ वर्ष तक तो सब कुछ ठीक ठाक था, लेकिन पिछले चार माह से होटल मालिक उनका उत्पीड़न कर रहा है। उनसे रोज 18 घंटे काम लिया जा रहा था और वेतन देना भी बंद कर दिया गया तो मजबूरी में उन्होंने नौकरी छोड़ दी। विश्वनाथ का आरोप है कि उन्होंने भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया, लेकिन सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं हुआ।

पहले भी फंसे थे 9 युवक

मलेशिया के ओरिजनल केमांग कायुनाशी नाम के इसी होटल में उत्तराखंड के 9 युवक फंसे थे। ये मामला पिछले साल अगस्त का है। तब केंद्र सरकार के प्रयासों से सभी युवकों को स्वदेश लाया गया था।