-तेजस्वी ने कुशवाहा की खीर का स्वागत कर किया ट्वीट

श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

क्कन्ञ्जहृन्: केंद्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के खीर संबंधी बयान को लेकर बिहार की राजनीति में कयासों का दौर फिर शुरू हो गया है। कुशवाहा की यदुवंशी (यादव) और कुशवंशी (कोइरी) के एक होने की अपील के बाद राजद ने भी संकेत कर दिया है कि महागठबंधन को भी रालोसपा का इंतजार है।

पंचमेवा को बताया स्वास्थ वर्धक

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कुशवाहा की खीर का स्वागत करते हुए ट्वीट किया है। संकेतों में उन्होंने यादवों और कोइरी की संभावित एकता के असर को स्पष्ट करते हुए खीर को बेहतर व्यंजन बताया है। तेजस्वी ने कहा है कि स्वादिष्ट और पौष्टिक खीर श्रमशील लोगों की जरूरत है। पंचमेवा के स्वास्थ वर्धक गुण न केवल शरीर बल्कि स्वस्थ समतामूलक समाज के निर्माण में भी ऊर्जा देता है। प्रेमभाव से बनाई गई खीर में पौष्टिकता, स्वाद और उर्जा की भरपूर मात्रा होती है। तेजस्वी के ट्वीट को कुशवाहा द्वारा दिए गए एक दिन पहले के बयान से जोड़कर देखा जा रहा है। बीपी मंडल की जयंती के मौके पर रालोसपा द्वारा शनिवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुशवाहा ने कहा था कि यदुवंशी का दूध और कुशवंशी का चावल मिल जाए तो उत्तम खीर बन सकती है, किंतु खीर तभी स्वादिष्ट होगी जब इसमें छोटी जातियों और दबे-कुचले समाज का पंचमेवा भी पड़ जाएगा। यही सामाजिक न्याय की असली परिभाषा है। केंद्रीय मंत्री के बयान के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं। इसे राजद प्रमुख लालू यादव से जोड़कर देखा जा रहा है। करीब दो महीने पहले कुशवाहा ने एम्स में इलाज के दौरान जाकर लालू प्रसाद से मुलाकात की थी, जिसके बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई थी।