GORAKHPUR: मौसम में आया बदलाव शह को बीमार करने लगा है। बढ़ी ठंड के चलते सुबह व शाम को छाए रह रहे स्मॉग के चलते खासकर अस्थमा और हार्ट पेशेंट्स की परेशानी बढ़ने लगी है। तो वहीं, बच्चों से लेकर युवाओं को भी तमाम बीमारियों ने घेरना शुरू कर दिया है। अस्पतालों और जांच सेंटर्स पर मरीजों की तादाद बढ़ने लगी है। ऐसे में सावधानी बेहद जरूरी है। एक्सपर्ट्स बता रहे हैं ठंड में बीमारियों से बचाव के तरीके।
ठंड में सावधानी जरूरी: डॉ। बीके सुमन
- सुबह और शाम को बाहर न निकलें।
- हार्ट, ब्लड प्रेशर, ब्लड की कमी वाले मरीजों को ठंड से बचाना चाहिए।
- घर से बाहर निकलने से पहले गर्म कपड़े जरूर पहनें।
- इस मौसम में गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए।
- तबीयत खराब लगते ही डॉक्टर से संपर्क कर जांच करानी चाहिए।
बदलते मौसम में बच्चों को रखें सेफ: डॉ। भूपेंद्र शर्मा
- ठंड में बच्चों के प्रति सावधानी जरूरी है
- बच्चों को ठंड के मुताबिक गर्म कपड़े जैसे मोजा, टोपी, दस्ताने आदि पहनाएं।
- गर ज्यादा ठंड हो तो बच्चों को बाहर न निकालें।
- ब्लोअर चलाते समय खिड़कियां थोड़ी खुली रहनी चाहिएं।
- घर के अंदर अंगीठी जलाएं तो बच्चों को इससे दूर रखें।
- अगर घर में किसी को सर्दी, जुखाम हो तो बच्चों को उनसे दूर रखें।
- साबुन से हाथ साफ कर ही बच्चे को उठाएं।
- बच्चे को मां का दूध पिलाएं जिससे उसे गर्मी मिलेगी और बच्चा स्वस्थ्य रहेगा।
अस्थमा ना कर दे परेशान: डॉ। अश्विनी मिश्रा
- अस्थमा के मरीज तापमान के बदलाव से बचें।
-जब कोहरा पड़ रहा हो तो जहां आग जल रही हो तो उसके धुएं से बचें।
- जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें।
- बुजुर्ग और बच्चे इन्फ्लुएंजा का टीका लगवाएं।
- गुनगुना पीने पीएं।
- फ्रिज में रखे सामानों का सेवन न करें।
- ज्यादा दिक्कत होन पर डॉक्टर्स से संपर्क करें।
हार्ट और बीपी की दिक्कत तो बरतें
सावधानी: डॉ। सुधीर कुमार
हार्ट पशेंट
- धूम्रपान कर रहे हैं तो छोड़ दें।
- हमेशा सक्रिय रहें।
- अपने वजन को नियंत्रित रखें।
- संतुलित आहार लें।
- तनाव पर नियंत्रण रखें।
- ऑक्सीजन थेरेपी जरूर लें।
- हर साल फ्लू व निमोनिया का टीकाकरण कराएं।
- मौसम परिवर्तन में हमेशा सावधान रहें।
- ठंड से बचें, सर्दी व जुखाम होने पर तत्काल इलाज कराएं।
- डॉक्टर के संपर्क में बने रहें।
हाई ब्लड प्रेशर
- डॉक्टर से उच्च रक्तचाप, मधुमेह की जांच कराएं।
- अतिरिक्त वजन घटाएं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- संतुलित आहार लें।
- भोजन में तैलीय पदाथरे के स्थान पर फल, साग, सब्जियों को वरीयता दें।
- तंबाकू, सिगरेट एवं शराब का सेवन न करें।