बढ़ते तापमान में शॉर्ट सर्किट का हो जाता है खतरा, आग की सम्भावनाएं भी हो जाती हैं अधिक

11 घंटे में दो स्थानों पर लगी थी भीषण आग, शॉर्ट सर्किट से लगी थी दोनों जगह आग

आगरा. लगातार बढ़ते टेम्प्रेचर के साथ आग की घटनाएं भी होने लगी हैं. 29 मार्च को 11 घंटे में दो स्थानों पर आग लग गई. जीवनी मंडी में गत्ता फैक्ट्री और फ्रीगंज में विरौला शू इंटरनेशनल. दोनों ही आग बड़ी थीं. दोनों में कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया. गर्मी में वायरिंग पर खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में उसकी जांच बहुत जरूरी हो जाती है.

तापमान का पड़ता है प्रभाव

वैसे तो वायरिंग पर सर्दी गर्मी का असर इतना नहीं रहता, लेकिन वायरिंग कहीं भी लूज है तो इसका बहुत प्रभाव रहता है. खास कर गर्मी में वायरिंग खतरे से भर जाती है. इसका परिणाम शॉर्ट सर्किट से लगी आग होती हैं. शुक्रवार को हुई दो घटनाओं में भी यही देखने को मिला. दोनों मामलों में शॉर्ट सर्किट बताया गया. शॉट सर्किट का एक कारण बढ़ता तापमान भी बताया जा रहा है.

क्वालिटी पर दें ध्यान

अक्सर लोग लाइट फिटिंग कराने के दौरान खराब क्वालिटी के वायर की फिटिंग करा लेते हैं. ऐसे में यदि कहीं भी वायर लूज रह जाता है तो वहां स्पार्क होता है, जिसकी छोटी सी चिंगारी बड़ा हादसा करा सकती है. कई बार इस तरह के हादसे हुए हैं. अधिकतर मामलों में शॉर्ट सर्किट निकल कर आया है. यदि लोग वायर फिटिंग के दौरान अच्छे वायर का यूज करें तो शॉर्ट सर्किट से लगने वाली आग में कमी आएगी.

विभाग से लें सर्टिफिकेट

जब भी मकान, दुकान या कॉमर्शियल बिल्डिंग में लाइट फिटिंग कराएं तो विद्युत सुरक्षा विभाग से उसकी जांच जरूर करवाएं. विद्युत सुरक्षा विभाग की तरफ से कर्मचारी आपके यहां जाकर आपकी फिटिंग की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगा, जिसके बाद आपको सर्टिफिकेट मिल जाएगा. आपको पता चल सकेगा कि आपके यहां पर किस तरह की फिटिंग हुई है. इससे आगे कोई खतरा तो नहीं है.

बढ़ते तापमान का प्रभाव वायर पर पड़ता है. उस पर खतरा बन जाता है. वायर को चेक कर लेना चाहिए.

अक्षय रंजन शर्मा, सीएफओ

जब भी मकान में वायर फिटिंग करवाएं, तब विद्युत सुरक्षा विभाग से जांच जरूर कराएं. वायर क्लालिटी पर विशेष ध्यान दें. वायर कहीं भी लूज न हो.

भूपेंद्र सिंह, पीआरओ टोरंट

लूज वायर हमेशा स्पार्क होता है. इससे आग लगने का खतरा बना रहता है. वायर की समय-समय पर जांच करनी चाहिए.

आकाश

जरा सी चिंगारी बड़ा हादसा करा सकती है. सावधानी बरती जाए तो इस तरह के हादसे रुक सकते हैं.

श्याम