- सिटी में टैम्पो चालकों की हड़ताल से पब्लिक हुई परेशान, लेकिन किसी तरह बसों और प्राइवेट कनवेंस शेयर करके पहुंचे काम-काज पर

- हड़ताली टैम्पो चालकों ने कई जगहों पर टैम्पों रोकी, दो गुटों के बीच टकराव की नौबत

kanpur@inext.co.in

KANPUR। टैम्पो की हड़ताल से सिटी की पब्लिक बुरी तरह परेशान दिखी। बुधवार को सिटी के कई इलाकों में टैम्पो चालकों ने टैम्पो बंद कराई। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा। लेकिन हड़ताल का दूसरा पक्ष ये भी है कि पब्लिक ने अपने गंतव्य तक पहुंचने का अल्टरनेटिव ढूंढ ही लिया। आटो के अलावा बैट्री रिक्शा और प्राइवेट सिटी बसों में लोग खूब चले। बहुतों ने दोस्तों और पड़ोसियों से लिफ्ट ले ली। कुल मिलाकर टैम्पो नहीं मिली तो कम्यूटर्स ने उसके विकल्प ढूंढने शुरु कर दिए। लेकिन हड़ताल का फायदा उठाते हुए रिक्शे और आटो वालों ने कई जगह ज्यादा किराया वसूला। साउथ सिटी का इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ।

राह मिल ही जाती है

दिल में चाह हो, तो राह मिल ही जाती है। बुधवार को हड़ताल के दौरान कुछ ऐसा ही नजारा सिटी के लोगों में देखने को मिला। जब टैम्पो सड़क पर बंद किए जा रहे थे तो पब्लिक को परेशानी तो हुई, लेकिन पब्लिक ने दूसरे साधनों की ओर रुख किया। सिटी बसें, रिक्शा, बैटरी चलित रिक्शा, आटो का यूज जमकर किया। भीड़ में दबते-लटकते जैसे-तैसे पब्लिक अपने ऑफिसेज, स्रूकूल-कॉलेजों तक पहुंच ही गई। ये स्थिति लगभग पूरे सिटी में देखने को मिली।

ट्रैफिक सुधरा हुआ दिखा

सिटी के जिन रूट्स पर हड़ताल का ज्यादा असर था, वहां पर ट्रैफिक काफी स्मूथ और अच्छा रहा। सिटी का साउथ इलाका हड़ताल से सबसे ज्यादा प्रभावित था। इस इलाके में ट्रैफिक सिस्टम सबसे ज्यादा सुधरा हुआ दिखा। किदवई नगर चौराहे को पार करने में कोई प्रॉब्लम नहीं हो रही थी। नन्द लाल चौराहे पर ट्रैफिक की मारामारी नहीं थी। यहां रोज की तरह जाम भी नहीं लगा। सचान गेस्ट हाउस चौराहा, शास्त्री चौक चौराहा बर्रा समेत साउथ कानपुर के आदि चौराहों पर पब्लिक खुद आराम से ट्रैफिक रूल्स का पालन कर रही थी। सिटी के उत्तरी इलाकों में भी हड़ताल का कम असर दिखा।

आटो-रिक्शावालों की बल्ले-बल्ले

टैम्पो वालों की हड़ताल से आटो-रिक्शावालों की तो बल्ले-बल्ले हो गई। सिटी में चल रही हड़ताल का फायदा उठाते हुए आटो-रिक्शा वालों ने पब्लिक से मन चाहा किराया वसूल किया। आलम ये था कि जहां भ् रुपये जाने के लगते थे, वहां ख्0 रुपये तक चार्ज किया। गुमटी से जरीब चौकी चौराहा तक जहां आम दिनों में रिक्शा वाले क्0 रुपये लेते थे। वहीं बुधवार को फ्0 रुपये लिए गए। नन्द लाल चौराहे से दीप टाकीज चौराहे तक जहां भ् रुपये लगते थे। वहां बुधवार को रिक्शा वाले क्भ् रुपये ले रहे थे। बैटरी चलित रिक्शा भी पूरे शबाब पर थे। 7 रुपये किराए पर मार्ग पर क्0 रुपये ले रहे थे। वहीं क्0 रुपये किराए वाले मार्ग पर क्भ् रुपये पैसेंजर्स से वसूल रहे थे। यही हाल आटो वालों का भी रहा। आटो वाले भी पब्लिक से बढ़-चढ़कर किराया वसूल रहे थे।

घूम-घूम कर बंद कराई टैम्पो

बुधवार को सिटी में हड़ताली टैम्पो चालकों ने घूम-घूम कर टैम्पो संचालन बंद कराया। सिटी के दक्षिणी इलाकों किदवई नगर, बारा देवी चौराहा, नन्दलाल चौराहा, टाटमिल चौराहा आदि पर टैम्पो को रुकवाकर पैसेंजर्स को उतरवा दिया गया। हड़ताली टैम्पो चालकों ने जरीब चौकी चौराहे पर भी टैम्पो का संचालन बंद कराने का प्रयास किया। गुरुदेव चौराहे पर टैम्पो का संचालन बंद करने का प्रयास कर रहे हड़ताली टैम्पो चालकों को कल्याणपुर पुलिस ने खदेड़ दिया।

----

दूसरा गुट हुआ प्रशासन के साथ

द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म। आटो-टैम्पो-टैक्सी महासमिति के प्रांतीय अध्यक्ष अनन्त राम ने बताया कि बुधवार को प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत हुई थी। जिसमें हमारी मांगों पर प्रशासन ने सहमति जताई है। कहा है कि जल्द ही आपकी मांगे पूरी करवाई जाएगी। एसपी ट्रैफिक व नगर-निगम से कोई अधिकारी नहीं आया था। जिसके चलते मांगों पर फाइनल मुहर नहीं लग पाई है। वहीं हड़ताल कर रहे टैम्पो-टैक्सी महासंघ के अध्यक्ष राम गोपाल पुरी से बात करने का प्रयास किया गया। तो उनका फोन नहीं उठा।

पब्लिक वर्जन:

टैम्पो की हड़ताल से आने-जाने में तो दिक्कत हुई। सिटी बस में लटकर कर जैसे-तैसे आफिस पहुंच पाया हूं। वैसे बैटरी रिक्शा चलने से ज्यादा प्रॉब्लम नहीं हुई।

- प्रशांत

हड़ताल के चलते चलने में दिक्कत तो हुई। लेकिन खैर कोई बात नहीं। रिक्शे से आफिस पहुंच गया था। टैम्पो रोड्स पर कम थी। जिससे रोड्स पर ट्रैफिक अराजकता कम दिखी।

- रजत

आटो से दिन भर चलना पड़ा। टैम्पो वाले हड़ताल पर थे। आटो व रिक्शा वाले ज्यादा पैसे वसूल रहे थे। मुझसे भ् रुपये की जगह क्भ् रुपये लिए।

- राजेश

हड़ताल के चलते प्रॉब्लम तो हुई। लेकिन पब्लिक अपने लिए कोई न कोई रास्ता खुद चुन लेती है। रिक्शे वाले ने मुझसे ज्यादा पैसे लिए।

- सौरभ

सिटी की रोड्स पर टैम्पो न होने से ट्रैफिक अराजकता नहीं दिखी। सिटी में टैम्पो का संचालन तो बंद ही करा देना चाहिए।

- पंकज

---

-बॉक्स-

आरटीओ में हेल्प डेस्क हुई शुरु

द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म। आरटीओ में आने वाले लोगों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क शुरु कर दी गई है। आरटीओ के मेन गेट में अंदर घुसते ही ये डेस्क बनी हुई है। डेस्क में आरटीओ का एक बाबू बैठाया गया है। जो सबको जानकारी देता है। सुबह 9 बजे से शाम भ् बजे तक हेल्प डेस्क चलती है। दिन भर हेल्प डेस्क में भारी भीड़ रही।