- रूट डायवर्जन के चलते बसों को तय करना पड़ रहा है लंबा रूट

- लेट पहुंच रही बसें, टाइम टेबल बिगड़ा, बसों को शहर के बाहर रोकने की तैयारी

LUCKNOW: रूट डायवर्जन के चलते जहां रोडवेज की बसों को शहर से बाहर निकलने में दिक्कत हो रही है, वहीं बसें अपने निर्धारित समय से सफर पूरा नहीं कर पा रही हैं। ऐसे में यात्रियों ने इस बात की कम्पलेन भी परिवहन निगम के अधिकारियों से की है। अधिकारियों ने बताया कि अब बसों को शहर के बाहर ही रोके जाने की तैयारी की जा रही है।

लगाना पड़ता है लंबा चक्कर

परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में चारबाग बस अड्डे से गोरखपुर और सीतापुर रूट पर जाने वाली बसों को लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है, वहीं रूट डायवर्जन के चलते विभिन्न इलाकों में जाम लग रहा है। बसों का टाइम टेबल प्रभावित हो रहा है। हमारी बसों को चारबाग से हजरतगंज की ओर जाने की छूट नहीं है। स्टेशन तक भी हम बस नहीं भेज सकते हैं। ऐसे में परिवहन निगम के अधिकारी ऐसी जगहों की तलाश में जिससे बसों को शहर के बाहर से ही संचालित किया जा सके।

पांच एकड़ है जमीन

परिवहन निगम ने जानकीपुरम के पास एक जगह देखी है। इंजीनियरिंग कॉलेज से मुंशी पुलिया की तरफ बढ़ते ही दाहिने हाथ पर दो पेट्रोल पंप हैं। इन दोनों पंपों के पीछे की तरफ एक पांच एकड़ की जमीन बस अड्डे के लिए ही छूटी हुई है। एलडीए ने जानकीपुरम कालोनी को विकसित करते समय ही इस जगह को बस अड्डे के लिए छोड़ा था। परिवहन निगम ने एलडीए से यह जगह मांगी है। जिलाधिकारी ने भी इस जमीन के लिए हमें सहमति दे दी है। इस जमीन के मिलते ही सीतापुर रूट से आने वाली लंबी दूरी की बसों को यहां रोक दिया जाएगा। आस-पास इलाकों तक चलने वाली बसों को शहर तक जाने की छूट होगी।

गोमती नगर में भी देखी जगह

गोमती नगर में भी एक जगह देखी गई है, लेकिन अभी तक उस पर आम सहमति नहीं बन सकी है। पॉलीटेक्निक के पास भी जगह खोजी जा रही है, जहां से बसों का संचालन किया जा सके। गोमती नगर या पॉलीटेक्निक पर जगह मिलते ही फैजाबाद, गोंडा, गोरखपुर रूट की बसों का संचालन यहां से किया जाएगा। जब यहां जगह नहीं मिलती इन बसों को भी जानकीपुरम बस अड्डे से ही संचालित किया जाएगा।

जानकीपुरम् में बस अड्डे के लिए जो जगह छोड़ी गई है, वहां से बसों का संचालन किया जा सकता है। अनुमति मिलते ही संचालन शुरू हो जाएगा, टम्परेरी रूप से बसों का संचालन यहां पर शुरू हो सकता है। बस एक शेड और पानी की व्यवस्था जरूरी होगी।

एके सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक, लखनऊ क्षेत्र

परिवहन निगम