JAMSHEDPUR: शनिवार को टाटा मोटर्स मैनेजमेंट व टीएमएल एंड ड्राइवलाइंस वर्कर्स यूनियन के बीच वर्ष ख्0क्म्-क्7 के लिए बोनस समझौता हो गया। समझौते के मुताबिक कर्मचारियों को टाटा मोटर्स कर्मचारियों को क्0 फीसद बोनस मिलेगा। बोनस के रूप में न्यूनतम राशि क्7,89फ्, अधिकतम फ्म्,0क्8 व औसतन ख्9000 रुपये मिलेंगे। समझौते से टाटा मोटर्स के करीब फ्म्00 व टीएमएल के क्भ्00 स्थायी मजदूर लाभान्वित होंगे। वहीं टाटा मोटर्स के अस्थायी कर्मचारियों को क्0 फीसद बोनस मिलेगा। इससे भ्000 से ज्यादा अस्थायी कर्मचारी लाभान्वित होंगे। वित्तीय वर्ष ख्0क्म्-क्7 में कार्य दिवस के अनुसार अस्थायी कर्मियों को बोनस राशि मिलेगी। बुधवार तक कर्मचारियों के बैंक खाते में बोनस की राशि चली जाएगी। सुपरएनुवेशन स्कीम में आने वाले कर्मचारियों को पूजा उपहार के तौर पर 8भ्00 रुपए मिलेंगे। वहीं बोनस समझौते के साथ फ्0क् अस्थायी कर्मियों को स्थायीकरण करने की घोषणा की गई है। दो तिमाही में उक्त सभी अस्थायी कर्मियों को परमानेंट करने को कहा गया है। स्थायी होने से पूर्व मेडिकल जांच आदि प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। उप श्रमायुक्त राकेश प्रसाद की उपस्थिति में हुए इस समझौते पत्र पर टाटा मोटर्स के मैन्यूफैक्च¨रग हेड-सीबीवीयू एबी लाल, प्लांट हेड संपत कुमार, महाप्रबंधक मानस मिश्रा, विशाल बादशाह, रवि सिंह, शरद सिंह, किरण नरेंद्र, यूनियन से अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते व महामंत्री आरके सिंह आदि ने हस्ताक्षर किए।

ख्ब्80 करोड़ का घाटा : प्लांट हेड

बोनस समझौते के दौरान टाटा मोटर्स के प्लांट हेड संपत कुमार ने कहा कि कंपनी को वित्तीय वर्ष ख्0क्म्-क्7 में कुल ख्ब्80 करोड़ का घाटा हुआ है। बावजूद यूनियन के विशेष आग्रह पर कर्मचारी हित में क्0 फीसद बोनस के साथ फ्0क् अस्थायी कर्मियों को परमानेंट किया गया है। वहीं समझौते पर प्रसन्नता जताते हुए यूनियन महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि आगे भी कंपनी व मजदूर हित में उनका काम जारी रहेगा। कंपनी के विकास कार्य में यूनियन बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगी।